ऑपरेशन – “डमी एडमिशन” पार्ट-2
डॉ. देवेन्द्र 9827622204
Indore Dummy School। सद्भावना पाती अख़बार द्वारा शिक्षा क्षेत्र में हो रहे फर्जीवाड़े को लेकर लगातार खुलासे किये जा रहे हैं. 15 सितम्बर 2022 को पहला स्टिंग ऑपरेशन - "डमी एडमिशन" पार्ट 1 के रूप में किया गया था. आज पार्ट 2 में आप देखेंगे कि किस तरह से शिक्षा का मंडीकरण हो रहा है.
Indore News in Hindi – पिछले एपिसोड पार्ट -1 में आपने देखा की इंदौर की केटेलाइजर कोचिंग और पायनियर स्कूल द्वारा मिलीभगत कर किस तरह से डमी एडमिशन करके गरीब और रेगुलर स्कूल जाने वाले छात्रों के भविष्य पर कब्ज़ा किया जा रहा है.
पार्ट – 2 में देखिये इंदौर के सीता देवी स्कूल और आयाम कोचिंग का स्टिंग ऑपरेशन जिसमे कोचिंग और स्कूल संचालक किस तरह खुल्लम खुल्ला शासन के नियमों को तोड़ कर प्रवेश के लिए मोल भाव कर शिक्षा की मंडिया चला रहे है और प्रशासन मूक-बधिर बन कर बैठा है.
(पार्ट-2)
पलासिया पर स्थित आयाम कोचिंग जिसके छात्रों को Aaymist के नाम से भी जाना जाता है ये बना रहा है
डमी एडमिशन का नया आयाम
11th की एग्जाम नहीं देंगे तो भी चलेगा, जब तक बच्चा स्कूल जाए तब तक सीबीएसई बेस्ट है और जब स्कूल भेजना ही नहीं और
अच्छे परसेंटेज चाहिए तो स्टेट बोर्ड से अच्छा कोई ऑप्शन नहीं
आयाम कोचिंग में पहुंचते ही रिपोर्टर ने सीधे कहा कि एडमिशन की बात करना है तो अधिकृत व्यक्ति राजेश जोशी (शर्मा) से मुलाकात हो गई, जहाँ 2 छात्रों की काउंसलिंग अभी ताज़ा ताज़ा ख़त्म ही हुई थी.फिर चालू हुआ हमारी काउंसलिंग का खेल – यहाँ बहुत सारी बातें बताई गईं. यह कहा गया कि सारा कुछ नेट पर उपलब्ध है. डमी के बारे में ज्यादा बात करने पर बताया गया कि स्कूल के साथ में कोचिंग करना पॉसिबल नहीं है. 99.9% बच्चा डमी ही हो रहा है. बोर्ड का कोई फर्क नहीं पड़ता, सारे बच्चे डमी हो रहे है. आज आप देखोगे तो सेंट पॉल, डीपीएस, सेंट रेफेअल्स, सत्यसाईं इन सब की हालत इतनी बुरी हो चुकी है कि 11th, 12th के सारे बच्चे डमी हो चुके है, गायब हो चुके है क्युकी वहां लाखों रुपए देने का कोई फायदा बच्चों को नहीं मिल रहा है. क्योंकि जब वो नीट की एग्जाम देंगा तो 250 से ज्यादा नंबर नहीं ला पायेगा. इसके बाद स्कूल और कोचिंग के बारे में बहुत सारा ज्ञान रिपोर्टर को दिया गया.
कोचिंग – NCERT से भी ज्यादा अच्छे से यहाँ समझाया जाता है, पहले साल की फीस 59000 के लगभग बताई गई.
रिपोर्टर – डमी एडमिशन के बारे में पूछने पर?
कोचिंग – मेरे यहाँ से सारे बच्चे एक साथ एक ही स्कूल में जाते हैं, स्कूल का नाम है सीता देवी स्कूल. ये पालदा में तीन इमली के आगे नेमावर रोड पर है.
रिपोर्टर – विजिट कर सकते हैं क्या?
कोचिंग – घूमने के हिसाब से जा सकते है, वैसे एडमिशन प्रोसेस यहीं से हो जाती है. हर बुधवार को स्कूल वाले यहाँ आकर बैठते हैं, यहीं से सारी फॉर्मेलिटी करके ले जाते है.
रिपोर्टर – 11th में एग्जाम नहीं देना है क्या?
कोचिंग – (हकलाते हुए) एग्जाम नहीं देंगे चलेगा, पर हमारे डायरेक्टर सर चाहते हैं कि बच्चा एग्जाम दे वो लाइटली न ले, फॉर्मेलिटी के लिए एग्जाम देना चाहिए. 12th में भी एक दिन ऐसा बना दिया जाता है कि प्रैक्टिकल एक ही दिन में जाकर कर लें.
रिपोर्टर – अदर सब्जेक्ट में फ़ैल होने के चांस होते हैं क्या?
कोचिंग – (तुरंत जवाब मिला) 11th में तो कुछ नहीं पढेंगे तो भी कोई लोड नहीं है, 12th में तो पढ़ कर ही पास होना पड़ेगा.
रिपोर्टर – इनकी मार्कशीट पर प्राइवेट लिखा तो नहीं आएगा?
कोचिंग – रेगुलर ही लिखा आएगा, हमें स्टेट बोर्ड का एक भी नुकसान नहीं है बल्कि फायदा ही है.
इसके बाद काउंसलर द्वारा एमपी बोर्ड और सीबीएसई के फायदे और नुकसान बताये गए. ज्ञान की बात में यह भी बताया गया कि जब तक बच्चा स्कूल जाए तब तक सीबीएसई बेस्ट है और जब स्कूल भेजना ही नहीं और अच्छे परसेंटेज चाहिए तो स्टेट बोर्ड से अच्छा कोई ऑप्शन नहीं है. यहाँ मेधावी छात्र योजना के बारे में भी फायदा बताया गया. किस तरह से धंधेबाज गवर्नमेंट की योजना का फायदा उठा रहे है.
सीता देवी स्कूल
नाम ‘सीतादेवी’ और फर्जीवाड़े की सबसे बड़ी दुकान
आयाम के साथ साथ अनेकों कोचिंग ने खुलकर इस स्कूल का नाम लिया जहाँ हमारे रिपोर्टर जांच करने पहुंचे तो देखा कि वाकई बहुत बड़ा खेल है इस स्कूल में.
रिपोर्टर ने जाते ही कहा कि डमी के लिए आये हैं
स्कूल – किसने भेजा है?
रिपोर्टर – 3-4 कोचिंग ने आपके बारे में बताया
स्कूल – 10th सीबीएसई से है क्या?
रिपोर्टर – हाँ
स्कूल – कहाँ से पता चला है?
रिपोर्टर – आयाम से आपका पता चला है
स्कूल – आयाम में एडमिशन ले रहे हो?
रिपोर्टर – कोचिंग फाइनल नहीं की, पहले स्कूल फाइनल करना है.
रिपोर्टर – डमी में कितने दिन आना पड़ेगा, रेगुलर में कितने दिन आना पड़ेगा?
स्कूल – डमी की 11th की एग्जाम में 5 पेपर होते है ओनली तब आना होगा, उसमे लिखना पढना 10th के हिसाब से, और बोलोगे तो 1-2% बढ़ा भी देंगे उसमे अपन कर भी देते है, 12th में प्रैक्टिकल के लिए आना होगा.
रिपोर्टर – प्रैक्टिकल के 30 में से 29 मार्क्स मिल जाएँगे?
स्कूल – एक में 28, एक में 29 मिल जायेंगे
रिपोर्टर – 11th में परसेंटेज अपने अकॉर्डिंग कर देंगे?
स्कूल – हाँ कर देंगे
स्कूल – 10th में कितने परसेंटेज है?
रिपोर्टर – 71
स्कूल – (कुछ सोचकर) ओके 11th में 80 % कर देगें
रिपोर्टर – 85 कर देंगे क्या?
स्कूल – अरे क्या है, कोई नहीं मांगता, चलो कर देंगे.
रिपोर्टर – मार्कशीट पर प्राइवेट लिखा तो नहीं आएगा?
स्कूल – नहीं, रेगुलर लिखा आएगा, डमी का कोई रोल नहीं
रिपोर्टर– फीस नहीं बताई आपने
स्कूल – 15000 + 2500 माइग्रेशन
स्कूल – यहाँ AAYAM के बारे में अनेक बात की गई, राजेश जोशी (शर्मा) सर के बारे में बताया गया.
रिपोर्टर – फीस कुछ कम नहीं होगी?
स्कूल – आयाम के लिए 10000+ में कर देंगे
रिपोर्टर – 12th में पास होने का कुछ हो पायेगा?
स्कूल – नहीं नहीं, कुछ नहीं कर सकते, प्रैक्टिकल में हेल्प कर देंगे, बोर्ड में कुछ नहीं कर पाएंगे. लोकल क्लास का बोलोगे तो अपन सब कर देंगे.
रिपोर्टर – मेडम आपका नाम
स्कूल – नीता शर्मा
क्या कहते हैं जवाबदार
शिकायत मिलेगी तो कार्रवाई करेंगे - अनिल वर्मा, जॉइंट डायरेक्टर, स्कूल शिक्षा विभाग हमारे यहां ऐसा कुछ नहीं होता, डमी एडमिशन नहीं होते हैं - प्रतीक यादव, सीतादेवी स्कूल हां हमारे यहां डमी एडमिशन के विद्यार्थी हैं और स्कूल वाले यहां आकर डाक्यूमेंट्स ले जाते हैं - संचालक मयंक पाटीदार, आयाम करियर इंस्टीट्यूट