जानकारी के अनुसार सीहोर जिले के रहने वाले पंडित प्रदीप मिश्रा के साथ सड़क हादसा हो गया। हालांकि उन्होंने खुद ही अपने सुरक्षित होने की जानकारी दी है। दरअसल प्रदीप मिश्रा की हरिद्वार में शिव महापुराण की कथा चल रही है। दोपहर एक बजे वे कथा स्थल पर जा रहे थे तभी रास्ते में कार दुर्घटनाग्रस्त हो गई। कार दो बार पलटी खा गई। घटना में पंडित मिश्रा समेत सभी लोग सुरक्षित हैं। हादसे के बाद प्रदीप मिश्रा ने कथा स्थल पर पहुंचकर शिव महापुराण की कथा भी शुरू कर दी। पंडित मिश्रा ने खुद के स्वस्थ और कुशल होने की जानकारी दी। इस हादसे से उनके भक्तजन काफी डर गए थे लेकिन उनके सकुशल होने की खबर सुन उन्होंने राहत की सांस ली।
प्रदीप मिश्रा शिवरात्रि के अवसर 11 लाख रुद्राक्ष वितरण करने वाले आयोजन को लेकर, फिर रायसेन में शिव के कैद होने के बयान के बाद सुर्खियों में बने रहे थे। दोनों ही मामलों में प्रदेश में काफी राजनीति हुई है।
कथा में बताई पूरी घटना
कथा के दौरान पंडित मिश्रा ने हादसे की पूरी कहानी बताई। वे बोले- आज नीलकंठेश्वर महादेव के दर्शन करने गए थे। 52 किलोमीटर दूर है। ऊंचाई पर है। रास्ता भी छोटा है। पास से गंगाजी बह रही है। वापस लौटकर आ रहे थे। करीब 5 किलोमीटर नीचे आए होंगे। चार गाड़ी गई थी, जिस गाड़ी में हम बैठे थे वो पहाड़ से टकरा गई। टकराकर वो गाड़ी पलट गई। एक पलटी खाई रास्ता छोटा, ये सुबह साढ़े 8 बजे की बात है। बाबा की कृपा ऐसी थी कि अगर एक पलटी और खाती तो गाड़ी गंगा में चली जाती। गाड़ी में जब भी हम चलते हैं तो श्री शिवाय नमोस्तुभ्यमं का जाप करना हमारी आदत है। मंदिर और गाड़ी में भी श्री शिवाय नमस्तुभ्यं का जाप करते हैं। गाड़ी की दशा आप देख रहे होंगे । पूरी उल्टी हो गई। चारों पहिए ऊपर हो गए। कांच, खिड़की, दरवाजे सब चपटे हो गए। फिर भी मेरे महादेव ने ऐसी करुणा की कि हमको तो लगता है कि मेरे शिव ने जगदम्बा के साथ आकर गोदी में झेलकर यहां लाकर छोड़ दिया। ये है शिवकृपा।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर कहा कि शिव भक्त एवं प्रख्यात कथावाचक पंडित श्री प्रदीप मिश्रा जी के वाहन की दुर्घटना की सूचना प्राप्त हुई है। ईश्वर की कृपा से वह सकुशल हैं, प्रभु उन्हें दीर्घ आयु और उत्तम स्वास्थ्य प्रदान करें, यही प्रार्थना करता हूं।