इंदौर। नगर निगम सीमा में शामिल किए गए 29 गांवों की बस्तियों और कालोनियों में लोग भीषण जलसंकट भुगतने को मजबूर है। कई कालोनियों में नर्मदा की पाइप लाइनें तो बिछी हैं लेकिन पानी नहीं दिया जा रहा है।
नल कनेक्शन तक नहीं दिए गए हैं। छोटा बांगड़दा क्षेत्र में पदमालय कालोनी, उमंग पार्क, विद्या पैलेस, स्मृति नगर में पीने का पानी बोरिंग से मिलता है।
लोगों ने अपने स्तर पर पानी की व्यवस्था कर रखी है। विद्या पैलेस के बोरिंग पर कब्जा कर मकान बना लिया गया है। अब नलकूप खराब होने पर उसे सुधारा भी नहीं जा सकेगा।
नगर निगम का पल्हर नगर झोन विद्या पैलेस में जमीनों पर कब्जे की या तो अनदेखी कर रहा है या रिश्वतखोरी करके मकान बनवा रहा है।
विद्या पैलेस से लगे अशोक नगर में हालत इतनी खराब है कि ट्रांसफार्मर की आड़ में पानी की पाइप लाइन के ऊपर ही कब्जा कर मकान बना लिया गया है।
गुंडे बदमाश का कब्जा होने से मोहल्ले के लोग उलझकर झगड़ा करना नहीं चाहते हैं। उमंग पार्क, पदमावती कालोनी में भी नर्मदा की पाइप लाइन बिछी है लेकिन न तो नल कनेक्शन दिए गए हैं न ही पाइप लाइन में पानी छोड़ा जा रहा है।
लोग जैसे तैसे बोरिंग से काम चला रहे हैं। बोरिंग भी दम तोड़ने लगे हैं। अब तो टैंकरों का पानी खरीद कर पीना पडेगा।
उनतीस गांवों को शहर सीमा में करने के बाद नगर निगम टैक्स तो वसूल रहा है लेकिन पानी की सुविधा तक नहीं दे रहा है।
पाइप लाइन का ठेका लेकर नर्मदा से जोड़ने वाली कंपनी एलएंडटी अब है या नहीं यह भी जानकारी नहीं दी जा रही है।