प्रदेश में आयुष चिकित्सा शिक्षा के विस्तार के लिये पीजी कोर्स प्रारंभ

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भोपाल। प्रदेश में आयुष चिकित्सा शिक्षा की 3 चिकित्सा पद्धतियों आयुर्वेद, होम्योपैथी और यूनानी के विस्तार के लिये आयुष विभाग द्वारा लगातार प्रयास किये जा रहे हैं। प्रदेश में आयुष महाविद्यालयों में 177 सीट पर स्नातकोत्तर (पोस्ट ग्रेजुएशन) शिक्षा प्रारंभ कर दी गई है।

– आयुष मंत्रालय से प्राप्त अनुदान
राज्य के आयुष विभाग को आयुष चिकित्सा के विस्तार के लिये राष्ट्रीय आयुष मिशन के अंतर्गत वर्ष 2022-23 में 114 करोड़ 40 लाख रूपये की राशि प्राप्त हुई थी। राशि का उपयोग चिकित्सा व्यवस्था के उन्नयन में किया गया। पिछले वर्ष शासकीय आयुर्वेद फॉर्मेसी ग्वालियर द्वारा एक करोड़ 36 लाख रूपये और शासकीय यूनानी फॉर्मेसी भोपाल द्वारा 71 लाख रूपये की औषधियों का उत्पादन किया गया।

– मलेरिया रोग नियंत्रण
मलेरिया रोग नियंत्रण कार्यक्रम में मलेरिया प्रभावित क्षेत्रों में मलेरिया प्रतिरोधक औषधि मलेरिया ऑफ-200 का वितरण दो चरण में किया गया। पिछले वर्ष प्रदेश भर में करीब एक करोड़ 50 लाख रोगियों का उपचार आयुष चिकित्सा पद्धति से किया गया।

– बालिका छात्रावास का निर्माण
भोपाल के नेहरू नगर स्थित आयुष परिसर में स्वशासी यूनानी महाविद्यालय परिसर में 180 बिस्तरीय बालिका छात्रावास का निर्माण तेजी से किया जा रहा है। कार्य पूरा होने पर अध्ययनरत बालिकाओं को आवासीय सुविधा उपलब्ध हो सकेगी।

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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।