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100वें मन की बात सबसे खास – बीजेपी ने उत्सव की तरह मनाया कार्यक्रम, देश विदेश में करोड़ों लोगों ने सुना 

मप्र में 89 हजार जगहों पर, कई गांवों में चौपाल शहरों में स्क्रीन लगाकर और इंदौर में मल्टीप्लेक्स में भी सुना गया 
MP News in Hindi। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 30 अप्रैल रविवार को रेडियो प्रोग्राम मन की बात के जरिए न केवल देशवासियों को, बल्कि दुनिया के दूसरे देशों में भी संबोधित किया. मन की बात कार्यक्रम का 100वां एपिसोड था, महीने के आखिरी रविवार को सुबह 11 बजे प्रसारित हुआ, 100वें एपिसोड को लेकर लंदन में रहने वाले भारतीयों में भी गजब का उत्साह देखा गया. लंदन के समयानुसार सुबह 4 बजे ही मन की बात का प्रसारण किया गया. इस दौरान सैकड़ों की संख्या में भारतीय समुदाय से जुड़े लोगों ने पीएम मोदी के मन की बात प्रोग्राम को सुना.
मप्र में 89 हजार स्थानों पर लाखों लोगों ने मन की बात कार्यक्रम सुना, मप्र भाजपा ने 25 हजार स्थानों पर बड़े कार्यक्रम किए, वहीं 64 हजार बूथों पर भी इसका आयोजन किया गया। भाजपा के राष्ट्रीय नेताओं, केंद्रीय मंत्रियों से लेकर सीएम शिवराज सिंह चौहान, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा भी इस कार्यक्रम में शामिल हुए। वहीं इस मौके पर राज्यपाल मंगू भाई पटेल ने राजभवन में प्रतिभाशाली लोगों का सम्मान किया।

मोदी जैसे प्रधानमंत्री भूतकाल में नहीं थे: राज्यपाल

राज्यपाल मंगू भाई पटेल ने राजभवन में प्रधानमंत्री की तारीफ करते हुए कहा कि ऐसे प्रधानमंत्री हमारे पास अभी हैं, भूतकाल में कोई नहीं था। भविष्य में पता नहीं कोई रहे न रहे, लेकिन अभी वर्तमान में जो प्रधानमंत्री हैं, वो सबसे अलग हैं और सालों-साल रहें। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश के लोगों के नाम का जब जिक्र होता है, उनके लिए खुशी वाली बात होती है। मन की बात कार्यक्रम के साथ लोगों का जुड़ाव है। पीएम के संवाद में वास्तविक जीवन की कहानी दिखती है। सार्वजनिक जीवन में प्रधानमंत्री जन-जन के नेता बन गए हैं। मन की बात वास्तव में जनक्रांति है, जो देश के कोने कोने तक पहुंची। मन की बात ने कोरोना के समय में लोगों का आत्मविश्वास बढ़ाया था।

पीएम दूसरों के लिए प्रेरणा बन जाते हैं: सीएम शिवराज

कार्यक्रम के बाद सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा- आज प्रधानमंत्री जी के मन की बात हजारों बहनों ने सुनी। मन की बात ने सामाजिक क्रांति लाई है। अच्छे काम करने वालों को प्रधानमंत्री जी सामने लाते हैं। जो दूसरों के लिए प्रेरणा बन जाते हैं। मुख्यमंत्री लाडली बहना एक सामाजिक क्रांति है।
बहनों की जिंदगी में बदलाव लाने का अब तक का दुनिया का सबसे बड़ा कदम है। एक जमाना था, जब कहा जाता था यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते, रमंते तत्र देवता। लेकिन समय के साथ स्थितियां बदल गईं। बेटी-बेटा में फर्क होने लगा। बेटी के साथ समाज ने सौतेला व्यवहार किया।
एक ही मां की कोख से बेटा और बेटी पैदा होते हैं, लेकिन लोग कहते हैं बेटा बुढ़ापे की लाठी का सहारा है। लेकिन विज्ञान ने प्रगति की तो पता चलने लगा कि पेट में बेटा है या बेटी। लोगों ने बेटी को कोख में मारने का पाप किया है। बेटे एक हजार पैदा होने लगे, तो बेटियां केवल नौ सौ रह गईं। मैं पूछता हूं कि अगर बेटी नहीं बचाओगे तो बहू कहां से लाओगे। ये असंतुलन पैदा हुआ तो कई कुंवारे घूम रहे हैं। ये गंभीर चिंता का विषय है।

इंदौर में हुआ अनूठा आयोजन – 

इसकी चर्चा हर तरफ हो रही है। सांसद शंकर लालवानी ने मन की बात कार्यक्रम के लिए पूरा मल्टीप्लेक्स बुक कर लिया। कार्यकर्ता और शहर वासी मल्टीप्लेक्स में मन की बात सुनने गए। मन की बात का यह शो हाउसफुल रहा। कार्यक्रम में पहुंचें लोगों का तिलक लगाकर एवं भगवा दुपट्टा पहनाकर स्वागत किया गया। कार्यक्रम में ऐसी भीड़ उमड़ी कि थिएटर के अंदर सीढ़ियों पर बैठकर भी लोगों ने प्रधानमंत्री को सुना। ग्रामीण क्षेत्रों से किसान भी ट्रैक्टरों से आए। मल्टीप्लेक्स की पार्किंग में कारों के साथ ट्रैक्टर भी खड़े नजर आए।
सेंट्रल जेल में भी हुआ प्रसारण – मन की बात का प्रसारण इंदौर की सेंट्रल जेल में भी हुआ। यहां कैदियों व कर्मचारियों ने कार्यक्रम देखा। इससे पहले कभी जेल में इस तरह का प्रसारण नहीं हुआ। महेश दृष्टिहीन कल्याण संघ में दृष्टिहीन बालिकाएं भी इस कार्यक्रम को सुनने के लिए उत्सुक नजर आई।

जिनके काम का मोदी ने किया जिक्र उनका राजभवन में किया सम्मान

पीएम नरेन्द्र मोदी मन की बात के पिछले एपिसोड्स में जिन लोगों के कामों का जिक्र कर चुके हैं। उन्हें राजभवन में राज्यपाल मंगू भाई पटेल ने सम्मानित किया। इसमें मध्य प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों के प्रतिभाशाली , होनहार नागरिकों का जिक्र प्रधानमंत्री ने विभिन्न समय में मन की बात में किया है।
उनमें मुख्य रूप से ममता शर्मा ,आसाराम चौधरी, मास्टर तुषार, उषा दुबे, रजनीश, बबीता राजपूत, अर्जुन सिंह, रोहित सिसोदिया, फील्ड डायरेक्टर पेंच टाइगर रिजर्व, सुभाष सिसोदिया अतुल पाटीदार, अनुराग असाटी और पद्म पुरस्कार विजेता डॉक्टर जनक पलटा, शांति परमार और भूरी बाई विशेष रूप से शामिल हैं।
इनके अलावा भी जिन लोगों का जिक्र मन की बात में मध्यप्रदेश के संदर्भ में हुआ है, उन्हें भी राजभवन में आमंत्रित किया गया था। इनमें कमलेश और कविता चंदवानी, मोचा ग्राम पंचायत, भावना, राम लोटन कुशवाह, किशोरी लाल धुर्वे, मीना राहंगडाले, भज्जू श्याम, शिवा चौबे, आशीष पारे, स्वाति श्रीवास्तव, अवनि चतुर्वेदी हैं।
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