ई – बायोटोरियम कंपनी को ब्लैकमेल करने वाला पुलिस की गिरफ्त में, पत्रकारिता की आड़ में कंपनी को बदनाम करने की थी साजिश

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sadbhawnapaati
"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार...
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ई – बायोटोरियम कंपनी को ब्लैकमेल करने वाला पुलिस की गिरफ्त में, पत्रकारिता की आड़ में कंपनी को बदनाम करने की थी साजिश
(देवेन्द्र मालवीय. सदभावना पाती)

मुंबई.  मुंबई की प्रसिद्ध कंपनी को पत्रकारिता की आड़ में लाखों की ब्लैकमेलिंग करने एवं बदनाम करने  वाले आरोपी किशोर दुबे को काशिमिरा पुलिस स्टेशन मीरा रोड,ठाणे ने गिरफ्तार किया है.

अल्टरनेटिव चिकित्सा पद्धति के प्रोडक्ट मैन्युफैक्चरर, इंपोर्टर और एक्सपोर्टर कंपनी ई – बायोटोरियम जो कि अपनी कार्यशैली और उच्च क्वालिटी के प्रोडक्ट से पूरे देश में पहचान बना चुकी है. कंपनी को किशोर दुबे नाम का व्यक्ति पत्रकारिता की आड़ में ब्लैकमेल करने की कोशिश कर रहा था जिसकी शिकायत कंपनी के डायरेक्टर सागर जोशी ने काशिमिरा पुलिस स्टेशन मीरा रोड,ठाणे को की,  शिकायत पर संज्ञान लेते हुए थाने के सब इंस्पेक्टर योगेश देशमुख और टीम ने साक्ष्य जुटाए. जांच में पाया गया कि किशोर दुबे कंपनी को बदनाम करने और सागर जोशी से ब्लैक मेलिंग के जरिए पैसे उगाना चाहता है. जांच के बाद 8 अप्रैल 2022 को इन्वेस्टिगेशन ऑफीसर द्वारा किशोर दुबे को गिरफ्तार किया गया।
सूत्रों के अनुसार किशोर दुबे कम्पनी से निष्कासित पुराने लोगों के सम्पर्क में आकर यह काम कर रहा था जिससे कंपनी की बदनामी हो और सागर जोशी दबाव में आकर पैसे दे.
कंपनी से जुड़े एक अधिकारी ने सदभावना पाती को बताया की हमारे डायरेक्टर सागर जोशी बेहद ही सुलझे और साफ छवि के व्यक्ति है, हमारी कंपनी बहुत तेजी से आगे बढ़ रही है इसमें हजारों लोग रोजगार प्राप्त किए हुए हैं इसलिए कुछ ब्लैकमेलर लोग कंपनी को बदनाम करने की साजिश रचते रहते हैं |
जांच अधिकारी योगेश देशमुख ने बताया की इस तरह से किसी के बारे में सोशल मीडिया पर गलत बात करना अपराध है इस प्रकरण में किशोर दुबे को हिरासत में लिया गया, जांच जारी है.
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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।