लवकुश आवास विहार के नवनिर्मित मंदिर का प्राणप्रतिष्ठा महोत्सव 2 जून से 

By
sadbhawnapaati
"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार...
2 Min Read

जयपुर से लाए साईं बाबा की 5 फीट ऊंची प्रतिमा, मंदिर में होगी विराजित
इन्दौर। सुखलिया स्थित लवकुश आवास विहार में सांई बाबा की 5.5 फीट जयपुर के कारीगरों द्वारा तैयार की जा रही प्रतिमा की स्थापना की जाएगी। लवकुश आवास विहार में प्राण-प्रतिष्ठा महोत्सव 2 से 4 जून तक मनाया जाएगा।
जिसमें साधु- संतों के साथ ही बड़ी संख्या में क्षेत्र के रहवासी भी शामिल होंगे। वहीं महोत्सव के समापन पर विशाल भंडारे का आयोजन होगा। जयपुर से आई बाबा की मूर्ति 3 लाख 51 हजार की है।
लवकुश आवास विहार साईं बाबा मंदिर समिति अध्यक्ष चन्द्रकांत कुंजीर ने बताया कि सुखलिया स्थित लवकुश आवास विहार में बनने वाले इस नवनिर्मित मंदिर का कार्य अंतिम चरणों में चल रहा है। वहीं जयपुर से आई मूर्ति अभी मंदिर में विराजित की गई है।
समिति ने बताया कि लवकुश आवास विहार में सांई बाबा की मूर्ति पहले स्थापित थी जहां क्षेत्र की जनता के साथ ही अन्य भक्त भी यहां दर्शन-पूजन करने आते हैं। लवकुश आवास विहार में 3 दिनों तक महोत्सव मनाया जाएगा।
प्राण-प्रतिष्ठा महोत्सव गुरुवार 2, एवं 3 जून को मनाया जाएगा एवं 4 जून को भव्य भंडारा आयोजित होगा।
गुरुवार को साईं बाबा की मूर्ति मंदिर विराजित करने में  श्याम सुंदर शर्मा, अनिल वराट, रमेश खेड़ा, निहारिका कुंजीर, अनीता सोनी, सिमरिया नायर, करण कुंजीर और सुरजीत वालिया का महत्वपूर्ण सहयोग रहा।
Share This Article
Follow:
"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।