प्रॉपर्टी व्यवसायी ने दोगुना का झांसा देकर की एक करोड़ 90 लाख की ठगी

sadbhawnapaati
3 Min Read
Indore crime News. इंदौर में ठगी के नित्य नए नए मामले सामने आ रहे है ऐसा ही एक मामला सामने आया जहां  रियल स्टेट के कारोबार से जुड़े प्रमोद सेठी और बेटे रोहन व राघव के खिलाफ तुकोगंज थाने में एक करोड़ 90 लाख रुपये की ठगी का प्रकरण दर्ज किया है। तीनों आरोपियों के खिलाफ फरियादी तेजकुमार छाजड़ सहित 32 लोगों ने शिकायत की है। तुकोगंज थाना पुलिस के अनुसार तेजकुमार पुत्र अमृतलाल छाजड़ निवासी किंग्स काउन शालीमार टाउनशिप ने गुलमोहर एक्सटेंशन में रहने वाले आरोपी प्रमोद पुत्र दर्शनलाल सेठी और बेटे रोहन और राघव की शिकायत की है। फरियादी ने शिकायत करते हुए कहा कि आरोपित पिता व पुत्र ने 2015 में एमजी रोड स्थित मेगा पालिस स्क्वेयर के दफ्तर में दोस्त निकेश जैन के माध्यम से मुलाकात हुई थी आरोपितों ने कहा कि वे दर्शन रीयल स्टेट कंपनी के नाम से बिल्डिंग बनाने का काम करते हैं। फरियादी से कहा कि यदि वे तुकोगंज क्षेत्र स्थित मेगा पालिस सक्वेयर प्रोजेक्ट में निवेश करेंगे तो पांच लाख रुपये निवेश करने पर तीन लाख रुपये तीन साल में अतिरिक्त मिलेगा।

झांसे में आकर फरियादी ने पांच लाख रुपये चेक के माध्यम से दे दिए।इसकी रसीद भी दी गई थी। 2017 तक आरोपितों ने एक लाख 69 हजार रुपये मुनाफा बताकर वापस भी दिए।इसके बदले आरोपितों ने चेक भी दिए थे। चेक जब बैंक में लगाए तो वे बाउंस हो गए। फोन करके रुपये मांगे तो उनके बाउंसरों ने जान से मारने की धमकी दी।इसी तरह पुलिस ने जब अन्य लोगों के बयान लिए तो आरोपितों ने पांच लाख से लेकर 15 लाख रुपये तक की ठगी की है। पुलिस ने बताया कि सभी के बयान लेने पर पता चला कि तीनों पिता व पुत्र मिलकर निवेश करने के लिए कहते। कुछ महीने बाद ही लोगों को एक से दो लाख रुपये मुनाफे का दे देते। इसके बाद रुपये व मुनाफा देना बंद कर देते। मांगने पर समय व रुकने के लिए कहते।इस तरह उनके झांसे में कई लोग फंस गए।कईयों ने अभी शिकायत नहीं की है।अभी कई लोग और हैं, जिन्होंने शिकायत नहीं की है।

मई 2020 में विजयनगर थाना क्षेत्र के चंद्रनगर में रहने वाले कपड़ा व्यापारी 57 वर्षीय हरीश पाहवा को प्रमोद सेठी, रोहन और राघव सेठी को 23 लाख रुपये उधार दिए थे।आरोपितों से व्यापारी ने रुपये मांग तो उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित करने लगे।आरोपितों के कारण व्यापारी को थाने में बैठना पड़ा। थाने में बैठने का सदमा आरोपित बर्दाश्त नहीं कर सका और उसने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। स्वजनों ने पुलिस पर अभद्रता का भी आरोप लगाया था।

Share This Article