पं प्रदीप मिश्रा बोले संविधान बदलो, हिंदू राष्ट्र बनाओ : बयान पर माफ़ी न मांगने पर दलित संगठन पुतला दहन की दे चुका है चेतावनी 

By
sadbhawnapaati
"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार...
3 Min Read

कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा ने भारतीय संविधान के अपमान करने का आरोप लगने के बाद कहा कि मैंने कोई संविधान का अपमान नहीं किया। भजन के माध्यम से भारत देश को हिंदू राष्ट्र बनाने के लिए संविधान में समय की अनुकूलता अनुसार बदलाव की बातें कही।

पंडित मिश्रा ने कहा हमारे बाबा साहब आंबेडकर ने भी संविधान के अंतर्गत वर्णन किया है कि समय की अनुकूलता में ऐसा लगता है तो थोड़ा बदलाव हो सकता है। भजन में ऐसा कुछ नहीं, जो माफी मांगना पड़े, भजन में केवल एक भाव कहा गया है, किसी भी तरह के संविधान को अपशब्द नहीं कहे गए। अगर भजन में कुछ गलत हो तो मैं माफी मांग सकता हूं। पंडित प्रदीप मिश्रा रविवार रात को मां नर्मदा की महाआरती करने नर्मदा घाट आए थे। मीडिया से उन्हाेंने भजन के जरिए संविधान में बदलाव करने वाले भाव को स्पष्ट किया।

कथा में भजन के जरिए रखी मांग

नर्मदापुरम में 3 मई से 9 मई तक शिवमहापुराण कथा का आयोजन किया जा रहा है। यहां पंडित प्रदीप मिश्रा लोगों को भगवान शिव की महिमा के बारे में बता रहे हैं। 7 मई को उन्होंने भजन के माध्यम से लोगों को जागरूक किया और सरकार से भी हिंदू राष्ट्र बनाने की अपील की है। पंडित मिश्रा ने कथा के दौरान जो भजन गाया, उसके बोल कुछ यूं हैं…

सोने की चिड़िया को अब सोने का शेर बनाना है।

सोने की चिड़िया को अब सोने का शेर बनाना है।।

संविधान को बदलो… हमको हिंदू राष्ट्र बनाना है।

संविधान को बदलो… हमको हिंदू राष्ट्र बनाना है।।

जय हो हिंदुस्तान… मेरे प्यारे हिंदुस्तान।

जय हो हिंदुस्तान… मेरे प्यारे हिंदुस्तान।।

शिवमहापुराण का 9 मई सोमवार को समापन होगा। कथा के दौरान हजारों भक्त पंडित मिश्रा से भगवान शंकर की महिमा सुनने के लिए आ रहे हैं।

दलित संगठन पुतला दहन की दे चुका है चेतावनी

दलित संगठन में आक्रोश है। दलित समाज के नेता डॉ. मिथुन नारावाले 14 मई को आष्टा में दलित समाज द्वारा पं. मिश्रा का बहिष्कार कर पुतला दहन करने की बात कह चुके हैं। संजय आंबेडकर ने दो दिन पहले कहा कि पंडित मिश्रा ने भारतीय संविधान का अपमान किया है। यह देशद्रोह का मामला है। उन्होंने चेतावनी दी थी कि पंडित मिश्रा ने 24 घंटे में माफी नहीं मांगी तो उनका पुतला दहन किया जाएगा।

Share This Article
Follow:
"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।