पुरस्कार जीतने पर Ishant Sharma का बयान- मेरी पत्नी भी Arjun Award की हकदार है | Cricket |

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टेस्ट क्रिकेट में भारतीय टीम के तेज गेंदबाज ईशांत शर्मा ने अर्जुन पुरस्कार जीतने पर खुशी जताई है। सीमर उन 27 एथलीटों का हिस्सा है, जिन्हें इस साल का प्रतिष्ठित अर्जुन पुरस्कार मिलेगा। उन्होंने भारत के लिए 97 टेस्ट खेले हैं। अर्जुन पुरस्कार 2020 की घोषणा पिछले सप्ताह की गई थी, इसमें भारतीय महिला टीम की ऑलराउंडर दीप्ति शर्मा का नाम भी शामिल था। ईशांत, दीप्ति और रोहित शर्मा के नाम बीसीसीआई द्वारा मई में राष्ट्रीय पुरस्कारों के लिए नामित किए गए थे।

रोहित सचिन तेंदुलकर, एमएस धोनी और विराट कोहली के बाद ‘राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार’ जीतने वाले चौथे क्रिकेटर बने। बीसीसीआई द्वारा अपने ट्विटर हैंडल पर साझा किए गए एक वीडियो में, लंबे पेसर ने कहा कि उसकी पत्नी इस पुरस्कार की उतनी ही हकदार है, जितना की वे खुद हैं क्योंकि पत्नी ने उसकी क्षमता पर विश्वास किया है। बीसीसीआई द्वारा साझा किए गए एक साक्षात्कार में ईशांत शर्मा ने कहा, “मुझे लगता है कि मुझसे ज्यादा मेरी पत्नी वास्तव में गौरवान्वित है क्योंकि वह वो है जो वास्तव में सोचती है कि मुझे पुरस्कार मिलना चाहिए, इसलिए मुझे लगता है कि वह इस पुरस्कार की हकदार है। ” दिल्ली लाड ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में अपनी 13 साल की लंबी यात्रा पर अपने विचार साझा किए और कहा कि उन्होंने यहां तक पहुंचने के लिए बहुत मेहनत की है, “जब मुझे पता चला कि मुझे अर्जुन पुरस्कार मिल रहा है, तो मैं बहुत खुश था यहां तक कि खुद पर गर्व है। आप जानते हैं कि पिछले 13 वर्षों से मैंने बहुत मेहनत की है इसलिए यह मेरे और मेरे परिवार के लिए गर्व का क्षण है।

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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।
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