इंदौर के अयोध्यापुरी जमीन घोटाले में सुरेंद्र संघवी की कंपनी के निदेशक पुष्पेंद्र नीमा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस को उसकी काफी दिनों से तलाश थी और उस पर 20 हजार रूपये का इनाम भी घोषित किया था।
बता दें कि अहिल्या श्रमिक कामगार गृह निर्माण सहकारी संस्था की अयोध्यापुरी कालोनी में एक ही प्लाट कई लोगों को बेचा गया ।
कई प्लाट के सौदे तो बिना रजिस्ट्री के ही कर दिए गए थे। भूमाफियाओं के खिलाफ जारी कार्रवाई में मामला सामने आया था।
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इसके बाद से ही पुष्पेंद्र नीमा फरार था और वह पुलिस को डेढ़ महीनों से छका रहा था। कुछ दिनों तक वह गुजरात में रहा।
पुष्पेंद्र नीमा ने राजस्थान के चित्तौड़गढ़, देवली और भरूच में भी फरारी काटी। एमआइजी थाना टीआइ विनोद दीक्षित के मुताबिक आरोपित को शुक्रवार दोपहर कोर्ट पेश कर रिमांड मांगा जाएगा। फर्जीवाड़ा में क्या भूमिका है इस संबंध में पूछताछ होगी।
एसपी (पूर्वी) आशुतोष बागरी के मुताबिक 18 फरवरी को सुरेंद्र संघवी, प्रतीक संघवी, दीपक मद्दा, रणवीर सिंह सूदन सहित कई लोगों के खिलाफ अयोध्यापुरी जमीन घोटाले में दो प्रकरण दर्ज हुए थे, जिसमें नरसिंह बाजार निवासी 63 वर्षीय पुष्पेंद्र पुत्र पुरुषोत्तम दास नीमा भी आरोपी बना था।
एसडीएम अंशुल खरे द्वारा लिखवाई रिपोर्ट में बताया कि नीमा भूमाफिया सुरेंद्र संघवी की कंपनी सिम्पलेक्स मेघा फाइनेंस में डायरेक्टर है।
जमीन घोटाले में कंपनी के सारे डायरेक्टर शामिल है। प्रकरण दर्ज होने की सूचना मिलते ही नीमा फरार हो गया था । डीआइजी मनीष कपूरिया ने 20 हजार रुपये का इनाम घोषित कर दिया।
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