देश के आर्थिक हालातों को लेकर राहुल गांधी का मोदी सरकार पर हमला – ट्विटर पर 2014 से लेकर 2022 तक के आंकड़े किए पेश

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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार...
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देश। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आर्थिक हालातों को लेकर एक बार फिर नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधा है. इसके साथ ही महंगाई और बेरोजगारी को लेकर भी हमला किया है. उन्होंने कुछ आकंड़े साझा किए हैं, जिनमें साल 2014 से लेकर साल 2022 तक का जिक्र किया है. उन्होंने ये आंकड़े ट्विटर पर साझा करते हुए मोदी सरकार को निशाने पर लिया है.

राहुल गांधी ने ट्विटर पर कहा कि भारत सरकार का जो ऋण साल 2014 में 56 लाख करोड़ था वो साल 2022 में 139 लाख करोड़ रुपयों पर पहुंच गया. इसके अलावा उन्होंने कहा कि प्रति व्यक्ति ऋण की अगर बात करें तो, जो साल 2014 में 44,348 था वो साल 2022 आते आते 1,01,048 रुपये पहुंच गया है. साथ ही उन्होंने बेरोजगारी के आंकड़े पेश करते हुए कहा है कि साल 2014 में 4.7 प्रतिशत बेरोजगारी थी वो साल 2022 में 7.8 प्रतिशत हो गई.

राहुल गांधी ने ट्विटर पर पेश किए आंकड़े

इन सभी चीजों के साथ-साथ राहुल गांधी ने गैस सिलेंडर, व्यापारिक घाटा और डॉलर के मुकाबले रुपये में गिरावट का भी जिक्र किया है. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि साल 2014 में डॉलर के मुकाबले रुपये की कीमत 59 थी जो साल 2022 में 80 रुपये हो गई है. जो सिलेंडर साल 2014 में 410 रुपयों में मिल जाता था वो साल 2022 आते आते 1053 रुपये का हो गया. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि व्यापारिक घाटा साल 2014 में 135 बिलियन डॉलर था वो साल 2022 में 190 बिलियन डॉलर हो गया है.

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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।