हिंदू धर्म में नवरात्रि पर्व को विशेष माना गया हैं वही नवरात्रि के नौ दिनों को शक्ति स्वरूप मां दुर्गा के खास पूजन का समय माना जाता हैं 7 अक्टूबर दिन गुरुवार से शारदीय नवरात्रि आरंभ होने जा रही हैं कहा जाता है कि नवरात्रि के दौरान मां के समक्ष अगर सच्चे मन से प्रार्थना की जाए तो वे हर मुराद पूरी करती हैं। नवरात्रि के दिनों में नौ दिनों तक दुर्गा सप्तशती का पाठ करना फलदायी हैं इसको पढ़ने से माता प्रसन्न होती हैं और उनके आशीर्वाद से परिवार पर आए संकट टल जाते हैं
पढ़ें मां दुर्गा के चमत्कारी मंत्र—
रोग मुक्ति मंत्र—
रोगानशेषानपहंसि तुष्टा, रुष्टा तु कामान् सकलानभीष्टान्,
त्वामाश्रितानां न विपन्नराणां, त्वामाश्रिता ह्याश्रयतां प्रयान्ति.
दुर्भाग्य को सौभाग्य में बदलने का मंत्र—
देहि सौभाग्यमारोग्यं देहि मे परमं सुखम्,
रूपं देहि जयं देहि यशो देहि द्विषोजहि.
बुरे वक्त को अच्छे में बदलता है ये मंत्र—
शरणागतदीनार्तपरित्राणपरायणे,
सर्वस्यार्तिहरे देवि नारायणि नमोऽस्तुते.
महामारी से मुक्ति के लिए मंत्र—
ओम जयंती मंगला काली भद्रकाली कपालिनी,
दुर्गा क्षमा शिवा धात्री स्वाहा स्वधा नमोस्तुते.
अनहोनी से बचाने वाला मंत्र—
देवि प्रपन्नार्तिहरे प्रसीद प्रसीद मातर्जगतोखिलस्य,
प्रसीद विश्वेश्वरी पाहि विश्वं त्वमीश्वरी देवि चराचरस्य.
परिवार को किसी भी तरह की अनहोनी से बचाने के लिए नवरात्रि के नौ दिनों तक मातारानी के इस मंत्र का जाप करना लाभकारी साबित होगा। आपको बता दें कि इन मंत्रों का जाप करने से पहले जातक को साफ और शुद्ध होना बहुत जरूरी माना गया हैं। नवरात्रि के दिनों में सच्चे मन से माता के इन मंत्रों का जाप करना लाभकारी होता हैं।