Religious And Spiritual News – दशहरा की पूजा विधि, महत्व शुभ मुहूर्त, सब कुछ जाने  

sadbhawnapaati
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Dussehra Ravan Dahan 2021, Shubh Muhurat and Puja Vidhi : दशहरा, हिंदुओं के सबसे प्रमुख त्योहारों में से एक है. इसे विजयदशमी के नाम से भी जाना जाता है, जो नवरात्रि के आखिरी मनाया जाता है. साल 2021 में दशहरा 15 अक्टूबर शुक्रवार को मनाया जाएगा.दशमी तिथि 14 अक्टूबर 2021 को शाम 6:52 बजे शुरू होगी और 15 अक्टूबर 2021 को शाम 6:02 बजे समाप्त होगी.

15 अक्टूबर को दशमी की तिथि पर रावध दहन किया जाएगा. इस दिन रावण के साथ-साथ कुंभकर्ण और मेघनाद के पुतलों का भी दहन किए जानें की परंपरा है. इस दिन अभिजित मुहूर्त 11:36 बजे से 12:24 बजे तक शुभ है. रावण दहन का शुभ समय 19 बजकर 26 मिनट से 21 बजकर 22 मिनट तक उत्तम है. पंचांग के अनुसार इस दिन चंद्रमा को गोचर मकर राशि में रहेगा. शुक्रवार को श्रवण नक्षत्र है. विशेष बात ये है कि इस दिन मकर राशि में तीन ग्रहों की युति बन रही है. इस दिन गुरु,शनि और चंद्रमा एक साथ मकर राशि में रहेंगे.

दशहरे की पूजन विधि

दशहरे के दिन सुबह जल्दी उठकर, नहा-धोकर साफ कपड़े पहने और गेहूं या चूने से दशहरे की प्रतिमा बनाएं. गाय के गोबर से 9 गोले व 2 कटोरियां बनाकर, एक कटोरी में सिक्के और दूसरी कटोरी में रोली, चावल, जौ व फल रखें. अब प्रतिमा को केले, जौ, गुड़ और मूली अर्पित करें. यदि बहीखातों या शस्त्रों की पूजा कर रहे हैं तो उन पर भी ये सामग्री जरूर अर्पित करें। इसके बाद अपने सामर्थ्य के अनुसार दान-दक्षिणा करें और गरीबों को भोजन कराएं. रावण दहन के बाद शमी वृक्ष की पत्ती अपने परिजनों को दें. अंत में अपने बड़े-बुजुर्गों के पैर छूकर उनसे आशीर्वाद प्राप्त करें.

नवरात्रि 2021 नवमी पूजा तिथि और शुभ मूहूर्त

  • नवमी तिथि की शुरुआत-13 अक्टूबर 2021 को रात 08:07 मिनट
  • नवमी तिथि की समाप्ति-14 अक्टूबर 2021 को शाम 06:52 मिनट
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