Religious And Spiritual News – Indira Ekadashi 2021: आज है इंदिरा एकादशी व्रत, जानें शुभ मुहूर्त और पूजा-विधि

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आज आश्विन मास की कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि है. इस एकादशी तिथि को इंदिरा एकादशी व्रत के नाम से जाना जाता है. इस दिन भगवान विष्णु की विशेष पूजा की जाती है

हिंदू धर्म में एकादशी का व्रत श्रेष्ठ माना गया है. महाभारत की कथा में भी एकादशी व्रत का वर्णन मिलता है. मान्यता है कि भगवान श्रीकृष्ण ने स्वयं धर्मराज युधिष्ठिर और अर्जुन को एकादशी व्रत के महत्व और विधि के बारे में बताया था. जिसके बाद युधिष्ठिर ने इस व्रत को विधि पूर्वक पूर्ण किया था. एकादशी का व्रत सभी प्रकार के कष्टों को दूर करता है. पंचांग के अनुसार आज आश्विन मास की कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि है. इस एकादशी तिथि को इंदिरा एकादशी व्रत के नाम से जाना जाता है. इस दिन भगवान विष्णु (Lord Vishnu) की विशेष पूजा की जाती है. इस एकादशी व्रत की पूजा भगवान विष्णु को समर्पित है. पितृ पक्ष में पड़ने वाली एकादशी तिथि का विशेष महत्व बताया गया है. इस तिथि में एकादशी तिथि का श्राद्ध किया जाता है. इस तिथि में उन पितरों का श्राद्ध कर्म किया जाता है, जिन्होंने एकादशी की तिथि में देह त्याग किया होता है. एकादशी तिथि का श्राद्ध विधि पूर्वक करने से पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होता है और जीवन में आने वाले बाधाएं दूर होती हैं.
इंदिरा एकादशी शुभ मुहूर्त
हिंदू पंचांग के अनुसार एकादशी तिथि का शुभारंभ 01 अक्टूबर 2021 (शुक्रवार) से हो चुका है. 1 अक्टूबर को रात 11 बजकर 03 मिनट पर एकादशी की तिथि का आरंभ हुआ है. मान्यता है कि एकादशी का व्रत एकादशी की तिथि के आरंभ से हो जाता है. हालांकि इंदिरा एकादशी का व्रत आज रखा जाएगा. इस दिन विधि पूर्वक पूजा करने से भगवान विष्णु प्रसन्न होते हैं और अपने भक्तों को आशीर्वाद देते हैं. पंचांग के अनुसार एकादशी की तिथि का समापन आज रात 11 बजकर 10 मिनट पर होगा.

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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।