Religious News – खजराना मंदिर में किसी ने कुछ गलत किया तो मेरा अनुभव रहा है कि व्यक्ति को गणेश जी की नाराजगी भरी पड़ी है- कलेक्टर मनीष सिंह

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Religious News. खजराना गणेश मंदिर में आज से प्रारंभ हुए तिल चतुर्थी महोत्सव का शुभारंभ मंदिर समिति के अध्यक्ष कलेक्टर मनीष सिंह ,मंदिर की प्रशासक और नगर निगम आयुक्त श्रीमती प्रतिभा पाल ने पूजा अर्चना अभिषेक और ध्वजा पूजन के साथ किया। इस मौके पर खजराना गणेश  भक्त मंडल द्वारा 51 हजार तिल गुड़ लड्डुओं का भोग भगवान गणेश जी को अर्पित किया गया। इस मौके पर कलेक्टर मनीष सिंह ने कहा कि इस मंदिर में किसी ने कुछ गलत किया तो मेरा अनुभव रहा है कि व्यक्ति को गणेश जी की नाराजगी भारी पड़ी है। उन्होंने कहा कि गणेश जी का मैंने देखा है जब आशीर्वाद देते हैं तो व्यक्ति  तर हो जाता है सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। यह भी मैंने देखा है कि जब कोई गलती करता है तो भगवान गणेश जी कठोर दंड भी देते हैं। यह दोनों चीजें मैंने अपने जीवन में देखी है। भगवान गणेश जी का स्वरूप कठोर भी है और कोमल भी है। वहीं नगर निगम आयुक्त श्रीमती प्रतिभा पाल ने कहा कि आज मैंने गणेश जी से प्रार्थना की है कि यह जो मुश्किल का वक्त है हम कोरोना की तीसरी लहर देख रहे हैं यह जल्दी जाए और संक्रमण कम हो। उन्होंने कहा कि गणेश जी से हमने यह भी प्रार्थना की है कि हम हमारी कार्यप्रणाली निष्पक्ष रख सकें ऐसी सद्बुद्धि दें।

परंपराएं निभाने में मनीष सिंह कभी पीछे नहीं रहते

कलेक्टर मनीष सिंह को एक सख्त और कर्तव्यनिष्ठ अधिकारी के रूप में प्रदेश भर में जाना जाता है । लेकिन उनका दूसरा स्वरूप यह भी है कि वह परंपराएं निभाने में कभी भी पीछे नहीं रहते हैं। ऐसा ही नजारा आज खजराना गणेश मंदिर में तिल चतुर्थी महोत्सव के शुभारंभ मौके पर दिखाई दिया। कलेक्टर मनीष सिंह ने यहां भगवान गणेश जी की पूजा अर्चना तो  सपरिवार विधि विधान के साथ की ही उन्होंने यहां मौजूद सभी बटुकों और पुजारियों को तिलक लगाकर पैर छुए और दक्षिणा भी दी।
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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।