सुप्रसिद्ध संतूर वादक भजन सोपोरी का 74 साल की उम्र में निधन, कैंसर के कारण तीन सप्ताह से अस्पताल में भर्ती थे

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sadbhawnapaati
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संतूर वादक भजन सोपोरी का गुरुवार को निधन हो गया। उनके परिवार के हवाले से बताया कि भजन सोपोरी का गुरुग्राम के अस्पताल में निधन हुआ। पंडित भजन सोपोरी एक कलाकार, संगीतकार, संगीतज्ञ, शिक्षक, लेखक और कवि थे। पंडित भजन सोपोरी को “संतूर के संत” और “तारों के राजा” के रूप में जाना जाता है।

सोपोरी ने पश्चिमी शास्त्रीय संगीत वाशिंगटन विश्वविद्यालय से और हिंदुस्तानी संगीत अपने पिता और दादा से सीखा था। सोपोरी को उनके करियर में कई पुरस्कारों से नवाजा गया।

भारतीय संगीत और संस्कृति में उनके योगदान के लिए उन्हें कई प्रतिष्ठित पुरस्कारों जैसे पद्मश्री, संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार, जम्मू-कश्मीर सरकार लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार, जम्मू और कश्मीर सरकार नागरिक पुरस्कार, उत्कल विश्वविद्यालय (ओडिशा द्वारा डॉक्टरेट ऑफ लिटरेचर), मिस्र के अरब गणराज्य के राष्ट्रीय ध्वज सम्मान आदि जैसे कई प्रतिष्ठित पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है।

सोपोरी के परिवार में उनकी पत्नी और दो बेटे सौरभ तथा अभय हैं। दोनों पुत्र भी संतूर वादक हैं। इंडियन एक्सप्रेस को भजन सोपोरी के बेटे अभय सोपोरी ने बताया, “हमने वास्तव में एक महान संगीतकार, एक महान इंसान और एक महान पिता खो दिया।

मेरे लिए इस पर विश्वास करना और उसके बिना अपने जीवन की कल्पना करना वास्तव में कठिन है।” उन्होंने ये भी बताया कि उनके पिता का दोपहर 3:30 बजे निधन हो गया और वे पिछले तीन सप्ताह से अस्पताल में बीमार थे। वह कोलन कैंसर से पीड़ित थे। वह 73 वर्ष के थे।

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