संकट मोचन हनुमान मंदिर राजेन्द्र नगर की महंताई अब लक्ष्मणदास महाराज को

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sadbhawnapaati
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मालवांचल के संतों-महंतों ने चादर ओढ़ाकर सौंपी नई जिम्मेदारी, किया स्वागत 
इन्दौर। संकट मोचन हनुमान मंदिर राजेन्द्र नगर के महंत राघवदास महाराज के साकेतवास के बाद उनके स्थान पर आज महंत राघवदासजी के गुरुभाई महात्यागी परिवार के महामंडलेश्वर स्वामी लक्ष्मणदास महाराज कोटा की चादर विधि महंताई समारोह के रूप में संपन्न हुई। राघवदासजी टीला गद्याचार्य मंगल पीठाधीश्वर स्वामी माधवाचार्यजी महाराज के शिष्य थे।
महंताई समारोह में सर्वप्रथम गणेश अंबिका पूजन संकल्प कर लक्ष्मणदास महाराज को उपस्थित संतों, महंतों ने स्वस्तिवाचन के बीच गादी पर तिलक कंठी के बाद विराजित कर चादर ओढ़ाई।
 डाकोर-इन्दौर खालसा की ओर से हंसपीठाधीश्वर श्रीमहंत रामचरणदास महाराज, इन्दौर विरक्त साधु मंडल की ओर से महंत रामबालकसदास रामायणी, बाराभाई डांडिया खालसा की ओर से महामंडलेश्वर मनमोहनदास राधे-राधे बाबा, महामंडलेश्वर श्रीमहंत हरिओमदास महाराज, महामंडलेश्वर बजरंगदास ओंकारेश्वर, महामंडलेश्वर विजयरामदास, श्रीमहंत रामभूषणदास, श्रीमहंत मंगलदास बड़ी ग्वालटोली, पवनदास महाराज हंसदास मठ, प्रभुदास, भोले बाबा, हनुमानदास, यजत्रदास धरमदास, योगेश्वरदास, जगदीश दास सिरपुर, प्रेमदास, दिनेशदास, स्कीम 78 के रामदास सहित अनेक संतों-महंतों ने चादर ओढ़ाकर लक्ष्मणदास महाराज की चादर विधि संपन्न की। सभी श्रीमहंतों ने उन्हें पुष्पमाला पहनाकर नए दायित्व के लिए बधाई एवं शुभकामनाएं समर्पित की।
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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।