खजराना गणेश मंदिर से गंभीर मरीजों को मिलेंगे नि:शुल्क उपकरण

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sadbhawnapaati
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* दानदाताओं की मदद से 50 लाख के 33 उपकरणों की हो रही व्यवस्था
* मंदिर के पुजारियों की मांग पर की गई विशेष व्यवस्था
इंदौर 31 मई। खजराना गणेश मंदिर परिसर में अन्न क्षेत्र के पास में ही गंभीर मरीजों के लिए बड़े पैमाने पर दानदाताओं द्वारा तकरीबन 50 लाख रुपए की लागत से 33 उपकरणों को रखा जा रहा है । इसमें गंभीर मरीजों को नि:शुल्क रूप से घर पर ही इस तरह की व्यवस्था उपलब्ध कराई जाएगी जिसमें अत्याधुनिक पलंग, वेंटिलेटर, ऑक्सीजन की मशीन से लेकर कई तरह के उपकरण होंगे और मरीज के स्वस्थ होने के बाद उपयुक्त उपकरणों को पुनः मंदिर प्रबंधन अपने पास रखेगा। एक तरह से देखा जाए तो जीवन रक्षक उपकरण नाम दिया गया है और इसके लिए स्टॉक में दवाइयां भी रखी जाएगी।

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इसके लिए फाइल अंतिम स्वीकृति के लिए जिला प्रशासन के पास भेजी गई है। यहां शहर से लेकर प्रदेश और देश भर में विख्यात खजराना गणेश मंदिर परिसर में लगातार श्रद्धालुओं के लिए सुविधा की गई है और दानदाताओं व जिला प्रशासन के सहयोग से लगातार काम किए जा रहे हैं । यहां पर आगामी कुछ वर्षों में ही बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं के ठहरने की व्यवस्था भी होगी। फिलहाल यहां पर भोजन की व्यवस्था लगातार चल रही है। अभी कोरोनावायरस के दौरान जरूर बंद है और ध्वजा के ही दर्शन हो रहे हैं लेकिन हमेशा की तरह ये सुविधाएं कोरोना महामारी के बाद जारी रहेगी । यहां के पुजारियों का कहना है कि अभी महामारी के साथ-साथ बड़े पैमाने पर गरीब तबके के श्रद्धालुओं के साथ-साथ आसपास की कालोनियों से जुड़े सैकड़ों हजारों लोगों को विभिन्न बीमारियों में और अभी की स्थिति में भी ऑक्सीजन की भारी कमी रही हैै। इसलिए योजना के तहत अंतिम स्वीकृति कलेक्टर मनीष सिंह से मिलने के बाद तुरंत व्यवस्था की जाएगी। मंदिर के पुजारी ने बताया कि मरीज अपना आधार कार्ड एवं डॉक्टर की सलाह के पत्र देंगे तो उन्हें निशुल्क रूप से जीवन रक्षक उपकरणों को दिया जाएगा।

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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।