सभी चाहते थे कि बड़े शहरों में महापौर का चुनाव प्रत्यक्ष प्रणाली से हो, इसलिए अब भाजपा को जिताने में कोई कसर न रखें। प्रदेश सरकार की योजनाओं का लाभ कई परिवारों को मिला है।
उनकी सूची तैयार करें और उनके सम्मेलन आयोजित करें। ऐसे परिवारों को जोड़ने की जरूरत है। वे बोले कि चुनाव में हमारा नारा ‘विकास के लिए भाजपा’ रहेगा। हमें चुनाव पूरी ताकत से लड़ना है। करीब एक घंटे चली बैठक में चुनावी तैयारी से जुड़े अन्य विषयों पर भी चर्चा हुई।
बैठक में सांसद शंकर लालवानी, मंत्री तुलसी सिलावट, मंत्री उषा ठाकुर, विधायक आकाश विजयवर्गीय, नगर अध्यक्ष गौरव रणदिवे, राजेश सोनकर, गोपीकृष्ण नेमा, गोविंद मालू सहित कई नेता मौजूद थे।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बैठक के बाद पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि भाजपा के कार्यकाल में विकास के काफी काम हुए हैं। ग्रामीण क्षेत्रों का भी विकास हुआ है।
इंदौर का जो स्वरूप है, वह भाजपा शासित नगर निगम की देन है। आने वाले दस साल में बेंगलुरु और हैदराबाद को इंदौर पीछे छोड़ देगा, लेकिन इसके लिए जरूरी है कि हमारी पार्टी के महापौर हो, हमारे सांसद चुनकर आएं। विकास के लिए भाजपा जरूरी है। जनता भी यह बात जानती है।