रायसेन में दिल दहला देने वाला हादसा : डंपर और कार की भिडंत, कार सवार मां-बेटे सहित 4 की मौत, बच्चे का सिर कटकर सड़क पर गिरा 

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हादसा इतना भीषण था कि कार पलट गई और सभी लोग अंदर दब गए। कार को जब सीधा किया तो 4 लोगों की मौत हो चुकी थी।
अंतिम संस्कार में शामिल होने जा रहे परिवार की कार को डंपर ने जोरदार टक्कर मार दी। हादसे में कार सवार 4 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि 4 को गंभीर हालत में जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मृतकों में ड्राइवर, एक बच्चा और दो महिलाएं शामिल हैं। एक्सीडेंट इतना भीषण था कि 4 साल के बच्चे नित्यांश का सिर कटकर सड़क पर फिंका गया। कार के अंदर फंसे लोगों को गेट तोड़कर बाहर निकाला गया।

हादसा रायसेन से 30 किमी दूर सागर मार्ग पर देवनागर और आमखेड़ा के बीच सुबह करीब 5 बजे हुआ। 45 साल के सुरजीत ओड निवासी किशनपुर परिवार के 7 लाेगाें के साथ अंतिम संस्कार में शामिल हाेने सलकनपुर कार से जा रहे थे। घर से करीब 500 मीटर दूर हाईवे पर निकले ही थे कि सागर की ओर से आ रहे डंपर ने उनकी कार को चपेट में ले लिया। कार पलट गई। कार में सभी लोग बुरी तरह दब गए। लोगों ने पुलिस और एंबुलेंस को सूचना दी और खुद ही घायलों को बाहर निकालने लगे।

जब कार को सीधा किया गया तो वहां का मंजर देख लोगों के रोंगटे खड़े हो गए। कार सवार बच्चे का चेहरा कटकर दूर जा गिरा था। उसका धड़ लहूलुहान कार में फंसा हुआ था। पुलिस की मदद से सभी लोगों को गेट तोड़कर बाहर निकाला गया।

पिता के अंतिम संस्कार में जा रही मां और बेटी की भी मौत

38 साल की अनीता का मायका सलकनपुर के पास नीलकचार में है। उसके पिता की मौत होने पर वह बुधवार अलसुबह पति और 4 साल के बेटे नित्यांश समेत परिवार के अन्य सदस्यों के साथ नीलकचार के लिए निकली थी। हाईवे पर डंपर और कार की भिड़ंत में मां और बेटी दोनों की मौत हो गई। वहीं, पति सुरजीत, सास रामबाई, देवर प्रमोद और बुआ सास गुड्डी बुरी तरह घायल हो गए, जिन्हें जिला अस्पताल से भोपाल रेफर कर दिया गया। वहीं, ड्राइवर मनोहर के साथ अनीता और बुआ साधना की मौत हो गई। जानकारी लगते ही गांव में मातम छा गया। पोस्टमार्टम के बाद शव गांव पहुंचा। जहां घर से एक साथ मां बेटी की अर्थी उठी।
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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।