Sports News – बॉलीवुड ने यूं की Boxer Satish Kumar की तारीफ

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sadbhawnapaati
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Sports News. Boxer Satish Kumar, who fought like a warrior, won the heart of Farhan Akhtar, Randeep Hooda बॉक्सर सतीश कुमार रविवार को भले ही मेंस सुपरहैवीवेट क्वार्टरफाइनल में हार गए हों, लेकिन उन्होंने दुनियाभर के खिलाड़ियों का दिल जीत लिया। अपनी फाइटिंग स्पिरिट से जंग जीतने वाले सतीश कुमार आंख के पास टांके लगने के बावजूद योद्धा की तरह लड़ते रहे। एक के बाद एक मुक्के खाने के बाद भी सतीश पूरे गेम तक जबर्दस्त तरीके से लड़ते रहे, और लास्ट में उन्हें हार का सामना करना पड़ा। जैकी श्रॉफ ने उनकी तस्वीर शेय़र कर बहादुरी की तारीफ की है।

दो बार के एशियाई खेलों केविनर और कई बार के राष्ट्रीय चैंपियन आतिश ने गेम के लिए क्वालीफाई करके भारत का नाम रोशन किया था , और सतीश कुमार पहले हासिल करने वाले भारत के पहले सुपर हैवीवेट थे। टोक्यो ओलंपिक्स के 10वें दिन भारत को बॉक्सर सतीश कुमार से काफी उम्मीदें थीं, लेकिन मेंस सुपर हैवीवेट क्वार्टरफाइनल में उन्हें करारी हार का सामना करना पड़ा।

एक्टर फरहान अख्तर ने सोमवार को चल रहे टोक्यो ओलंपिक में मुक्केबाज सतीश कुमार के शानदार प्रदर्शन का जश्न मनाया, जहां उनको काफी चोट आने के बावजूद मौजूदा विश्व चैंपियन बखोदिर जलोलोव के साथ लड़ाई लड़ी।

प्री-क्वार्टर फ़ाइनल के दौरान अपने माथे और ठुड्डी पर दो गहरे कट लगने वाले सतीश ने अपना अगला मुकाबला उज़्बेक सुपरस्टार जलोलोव के ख़िलाफ़ लड़ने का फैसला किया। 32 वर्षीय भारतीय मुक्केबाज ने चेहरे पर 13 टांके लगाकर रिंग में लड़ने का फैसला किया लेकिन रविवार को ओलंपिक गेम से क्वार्टरफाइनल से बाहर हो गए।

फरहान अख्तर जिन्होंने अपनी लास्ट फिल्म तूफान में एक मुक्केबाज की ही भूमिका निभाई थी, और ये सब देख कर फरहान को उनका गेम काफी पसंद आया और कल ही ट्विटर पर सतीश के गेम के बारे में ट्वीट किआ , फरहान ने ट्वीट किया, “मुक्केबाज सतीश कुमार को चिल्लाएं जिन्होंने दुनिया को दिखाया कि सच्चे प्रतियोगी किस चीज से बने होते हैं। आप पर गर्व है भाई .. # टोक्यो 2020 # बॉक्सिंग # टीमइंडिया,”।

एक्टर रणदीप हुड्डा ने भी सतीश कुमार की तारीफ की और लिखा, इसे शायद “लड़ाई की भावना” के रूप में जाना जाता है। सतीश कुमार ने विश्व चैंपियन को बड़ी बाधाओं के खिलाफ लड़ाई दिलाई .. इस खेल खत्म होने के बाद लड़ाई के चैंपियन बखोदिर जलोलोव ने सतीश को पहले बाहर निकलने के लिए रस्सियों को ऊपर उठा दिया। यही खेल की स्पिरिट है।

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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।