टोक्यो ओलंपिक में भारत ने जिन एथलीटों से पदक की उम्मीद लगा रखी हैं, उनमें स्टार जैवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा भी हैं. नीरज ने भी लोगों को निराश नहीं किया. उन्होंने 86.85 मीटर थ्रो करके फ़ाइनल में जगह बना ली है. अपने ग्रुप में भी वो टॉप रहे और दोनों ग्रुप मिलाकर भी.
सबसे रोचक बात ये है कि ग्रुप बी में टॉप किया पाकिस्तान के अरशद नदीम ने. हालाँकि वे कुल मिलाकर तीसरे नंबर पर रहे. यानी फ़ाइनल में नीरज चोपड़ा के साथ पाकिस्तान के अरशद नदीम भी होंगे और दोनों एक-दूसरे को चुनौती देंगे.
लेकिन ये मौक़ा ओलंपिक का है और फ़िलहाल की रैंकिंग देखिए तो नीरज चोपड़ा पहले नंबर पर हैं अरशद नदीम तीसरे नंबर पर. फ़ाइनल मुक़ाबला सात अगस्त को खेला जाएगा.
नीरज चोपड़ा के फ़ाइनल के लिए क्वालिफ़ाई करते ही भारत से बधाइयों का ताँता लग गया. वही हाल पाकिस्तान के अरशद नदीम के लिए भी था.
पूर्व क्रिकेटर वीरेंदर सहवाग ने ट्वीट किया और नीरज चोपड़ा के शानदार खेल की सराहना की.
असम के पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने भी नीरज चोपड़ा के फ़ाइनल में पहुँचने पर बधाई दी.
अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री प्रेमा खांडू ने कहा कि ये बहुत शानदार ख़बर है.
अभिनेता रणदीप हुडा ने लिखा कि नीरज चोपड़ा से काफ़ी उम्मीदें हैं.
पाकिस्तान के नदीम अरशद की भी लोगों ने ख़ूब सराहना की.
पाकिस्तान सरकार की ओर से किए गए ट्वीट में लिखा गया है कि अरशद हमें आप पर गर्व है.
पाकिस्तान में तहरीक-ए-इंसाफ़ पार्टी के सीनेटर फ़ैसल जावेद ख़ान ने भी अरशद को बधाई दी है.
पाकिस्तान की सत्ताधारी तहरीक-ए-इंसाफ़ पार्टी की ओर से आए ट्वीट में अरशद की सराहना की गई है.
कहानी अरशद की
अरशद नदीम को शुरू से ही खेलों में रुचि थी. उन्होंने बचपन से ही कई खेलों में हाथ आज़माया. इनमें थे- क्रिकेट, फ़ुटबॉल और बैडमिंटन.
अरशद नदीम ने शुरू में ज़िला स्तरीय क्रिकेट प्रतियोगिताओं में हिस्सा भी लिया.
लेकिन आख़िरकार उन्होंने एथलेटिक्स को चुना. जैवलिन थ्रो से पहले उन्होंने शॉट पुट और डिस्कस थ्रो में भी कोशिश की थी.
लेकिन जैवलिन थ्रो में एक बार जमे, तो कई मेडल जीते और पाकिस्तान का नाम रोशन किया.
दिसंबर 2019 में साउथ एशियन गेम्स में नया रिकॉर्ड बनाकर अरशद ने सीधे टोक्यो ओलंपिक में जगह बनाई थी.
ऐसी उपलब्धि हासिल करने वाले वे पाकिस्तान के पहले एथलीट हैं.
अन्य एथलीटों से अलग अरशद की ज़्यादातर ट्रेनिंग पाकिस्तान में ही हुई है. उन्हें टोक्यो ओलंपिक से पहले ट्रेनिंग के लिए चीन भेजा गया था.
लेकिन कोरोना के कारण उन्हें वापस लौटना पड़ा और फिर टोक्यो ओलंपिक भी स्थगित कर दिया गया था.
नीरज चोपड़ा
भारत के पदक के दावेदारों में से एक नीरज चोपड़ा के नाम कई रिकॉर्ड्स हैं. इसलिए भारत ने उनसे पदक की उम्मीद लगा रखी है.
हरियाणा के पानीपत ज़िले में जन्में 23 साल के नीरज चोपड़ा अंजू बॉबी जॉर्ज के बाद किसी विश्व स्तरीय एथलेटिक्स चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने वाले दूसरे भारतीय एथलीट है. उन्होंने पोलैंड में साल 2016 में हुई आईएसएसएफ U-20 विश्व चैंपियनशिप में यह उपलब्धि हासिल की.
साल 2016 में ही उन्होंने दक्षिण एशियाई खेलों में 82.23 मीटर के थ्रो के साथ स्वर्ण पदक जीता. इसके बाद साल 2017 में उन्होंने 85.23 मीटर तक जैवलिन थ्रो कर एशियाई एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भी स्वर्ण पदक जीता.
इसी साल जून में नीरज ने पुर्तगाल के लिस्बन शहर में हुए मीटिंग सिडडे डी लिस्बोआ टूर्नामेंट में स्वर्ण पदक अपने नाम किया.
नीरज चोपड़ा इसी साल मार्च में पटियाला में हुई इंडियन ग्रॉ प्री में 88.07 मीटर तक थ्रो कर चुके हैं, जो उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है.
अगर नीरज चोपड़ा ने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन दोहरा दिया या इसे बेहतर किया, तो वे भारत को पदक ज़रूर दिला सकते हैं.