इंदौर में पढ़ने आए छात्र की मोबाईल चोरी के शक में की पिटाई 

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sadbhawnapaati
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इन्दौर। मोबाइल चोरी के शक में युवक को कमरे पर बुलाया और पाइप से घंटों पीटा। उसके पूरे शरीर पर घाव और चोट के निशान हैं। युवक देवास के एक गांव से कॉलेज की पढ़ाई करने इंदौर आया है।
चितावद के मोहित दीपक सिसौदिया उम्र अठारह वर्ष ने भंवरकुआं थाने में पंकज जाट, पीयूष जाट और इनके साथियों के खिलाफ केस दर्ज करवाया है।
मामले में बताया गया कि पंकज का मोबाइल चोरी हो गया था और उसे दीपक पर शक था कि मोबाइल उसने चुराया है वहीं पंकज के पिता भी दीपक पर ही चोरी का आरोप लगा रहे थे।
बस इसी सिलसिले में पंकज ने दीपक को फोन लगा चितावद पेट्रोल पंप के पास उसके कमरे पर बात करने बुलाया। दीपक को लगा कि शायद पंकज के पापा बुला रहे हैं तो वो चला गया।
लेकिन कमरे पर पंकज पीयूष और इनके तीन साथी मौजूद थे इन्होंने उसे कमरे में बंद कर दिया और पाइप से बेरहमी से पीटना शुरू कर दिया और उसे नीचे पटक उसके गले पर लात रख दी।
उसने चोरी नहीं कबूली तो धमकी देते कहा कि तेरे घर से मोबाइल के पैसे बुलवा लेना, नहीं तो तुझे मार डालेंगे। मोहित ने बताया कि वो देवास के पास किलौदा गांव का रहने वाला है।
बारहवीं के बाद कॉलेज की पढ़ाई करने इंदौर आया और चितावद में किराये के मकान में रहता है।
मोहित और पंकज आसपास ही रहते हैं। इस कारण इनमें जान पहचान है उसका कहना है कि उसे पंकज ये भी कह रहा था कि मैं तो फरारी काटने इंदौर आया हूं।
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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।