एमएसएमई को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सुझाव पेश

Rajendra Singh
By
Rajendra Singh
पर्यावरण संरक्षण एवं जैविक खेती के प्रति प्रशिक्षण
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हाईटेक लैब, आर एंड डी सेंटर, कम ब्याज दर और बिजली दर पर कैपिंग की मांग

विभिन्न करों का बोझ खत्म करने और ग्रामीण क्षेत्रों तक औद्योगिक विस्तार पर जोर

मुंबई: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र के नाम संदेश में देश को आत्मनिर्भर बनाने तथा एमएसएमई उद्योगों को उच्च गुणवत्ता वाले स्वदेशी उत्पाद तैयार करने और बेचने पर जोर दिया। इसी संदर्भ में उद्योगों से जुड़े समाजसेवी और वीरेंद्र पोरवाल, उपाध्यक्ष, फेडरेशन ऑफ मध्यप्रदेश चेम्बर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (FMPCCI) ने कुछ महत्वपूर्ण सुझाव दिए हैं।

मुख्य सुझाव:

– हर संभाग स्तर पर भारतीय मानक ब्यूरो से प्रमाणित हाईटेक लैबोरेट्री स्थापित की जाए, ताकि एमएसएमई अपने उत्पादों की सटीक टेस्टिंग उचित दर पर करवा सकें।
– राज्यों में स्थापित आर एंड डी सेंटरों को छोटे उद्योगों के लिए नाममात्र शुल्क पर खोलने और वहां हुए रिसर्च को सब्सिडी दर पर उद्योगों तक पहुँचाने का आग्रह किया गया।
– एमएसएमई के लिए बैंक ब्याज दर 9-10 प्रतिशत से घटाकर 6-7 प्रतिशत करने और बिजली दर पर कैपिंग लागू करने की जरूरत बताई।
– उद्योग विभाग और संबंधित विभागों को हाईटेक बनाने की आवश्यकता।
– विभिन्न विभागों द्वारा लगाए जा रहे अलग-अलग करों को समाप्त किया जाना चाहिए।
– ग्रामीण स्तर तक औद्योगिक क्षेत्रों का विस्तार सुनिश्चित किया जाए।

वीरेंद्र पोरवाल का मानना है कि यदि इन सुझावों को लागू किया जाए, तो एमएसएमई न केवल गुणवत्तापूर्ण उत्पादन करेंगे, बल्कि देश को आत्मनिर्भर बनाने में भी बड़ी भूमिका निभाएंगे।

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