इंडेक्स मेडिकल कॉलेज के छात्र की आत्महत्या : दोषियों पर कार्यवाही को लेकर अभाविप के प्रतिनिधि मंडल ने पुलिस उपायुक्त को दिया गया ज्ञापन 

By
sadbhawnapaati
"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार...
3 Min Read

इंदौर. ABVP द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में  यह बताया गया की इंडेक्स मेडिकल कॉलेज इंदौर के प्रथम वर्ष के छात्र चेतन पाटीदार ने 30 मार्च 2022 को आत्महत्या कर ली थी |

जिसमें छात्र के परिजनों द्वारा आरोप लगाया गया है कि छात्र की रैगिंग हुई तथा जब छात्र  रैगिंग के डर से हॉस्टल छोड़ने की बात को लेकर मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. जी.एस. पटेल के पास पहुंचा तो डीन द्वारा उसे कॉलेज से निकालने की धमकी देकर भगा दिया गया |

अभाविप महानगर मंत्री लक्की अदिवाल ने बताया कि छात्र चेतन पाटीदार 29 मार्च 2022 को अपने घर से  हॉस्टल आया था |

छात्र को इतनी  निर्दयता पूर्वक  मानसिक एवं शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया गया की घर से आने के बाद 30 मार्च 2022 को ही छात्र ने सुबह बीमारी का बहाना बनाकर कॉलेज जाने से मना कर दिया |

अंततः छात्र ने मानसिक तनाव में आकर स्वयं के जीवन को समाप्त करने का निर्णय लिया |

जिससे यह स्पष्ट होता है कि  छात्र अत्यंत भयभीत था और जैसा की यूजीसी के दिशा निर्देशों अनुसार रैगिंग करना दंडनीय अपराध है एवं इसमें सम्मिलित सभी लोगों पर उचित कार्यवाही करने का प्रावधान भी है | परंतु इस मामले में कॉलेज प्रशासन द्वारा कोई  ठोस कदम नहीं उठाया गया |

चेतन पाटीदार  मामले में पुलिस प्रशासन द्वारा धारा 306 एवं धारा 34 के अंतर्गत महाविद्यालय  के दो सीनियर छात्रों  पर पर प्रकरण दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया गया एवं इस मामले में आरोपित डीन डॉ. जी. एस. पटेल  पर भी 306 एवं 34 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है परंतु डीन को आज दिनांक तक पुलिस  प्रशासन द्वारा हिरासत में नहीं लिया गया है |

इस विषय की गभीरता को ध्यानपूर्वक रखते हुए अभाविप के प्रतिनिधि मंडल द्वारा पुलिस  उपायुक्त  महोदय को  ज्ञापन देकर मांग की गई है कि शीघ्र अति शीघ्र  इस विषय पर त्वरित कार्यवाही करते हुए इंडेक्स महाविद्यालय के डीन को हिरासत में लिया जाए जिससे पुलिस प्रशासन द्वारा की जा रही जांच प्रभावित ना हो एवं इस मामले की निष्पक्ष जांच हो , जो भी दोषी हो उन पर कार्यवाही की जाए  प्रतिनिधि मंडल में  राष्ट्रीय मेडिवीजन संयोजक वीरेन्द्र सोलंकी, महानगर सहमंत्री भूषण गहरवाल, रोहित मालवीय,साक्षी व्यास उपस्थित रहे |

Share This Article
Follow:
"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।