आत्महत्या : अय्याश पति की बेवफाई ने ली पत्नी की जान, पति ने कहा-गर्लफ्रेंड से शादी करूंगा, पत्नी बर्दाश्त नहीं कर पाई और लगा ली फांसी

By
sadbhawnapaati
"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार...
3 Min Read

इंदौर। पति की बेवफाई से दुखी पत्नी ने फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया। उसका पति अपनी गर्लफ्रेंड को घर में लाकर लिव इन में रहने लगा। वह पत्नी पर दबाव बना रहा था।

पत्नी ने आपत्ति जताई तो पति ने कहा-मैं अब इसी से शादी करूंगा। यह बात उसने अपनी चचेरी बहन को बताई और कहा-मुझे लेने आ जाओ।

मायके वाले उसे लेने आते उससे पहले उसने सुसाइड कर लिया। मृतका का पति महू में आर्मी अफसर के यहां काम करता है।

सिमरोल पुलिस के मुताबिक ग्राम दलौदा में रहने वाली सविता (19) पति चीमा चौहान खंडवा रोड स्थित सुखदीप कॉलेज से नर्सिंग की पढ़ाई कर रही थी। वह नर्सिंग में फर्स्ट ईयर की छात्रा थी। उसके भाई दयाराम ने बताया कि रात में पुलिस ने कॉल कर इसकी जानकारी दी थी। इसके बाद परिवार इंदौर पहुंचा।

दो साल पहले दलौदा में हुई थी शादी

बड़वानी की रहने वाली 19 साल की सविता की शादी दो साल पहले सिमरोल के दालौदा में हुई थी। शादी के बाद सविता नर्सिंग के कोर्स के लिए निजी कॉलेज से पढ़ाई शुरू की।

15 दिन पहले पति की गर्लफ्रेंड उसके घर आकर साथ रहने लगी। वह गर्लफ्रेंड से शादी करना चाहता था, इसलिए उसे अपने साथ रख लिया था। इसके लिए चीमा पत्नी सविता पर भी दबाव बना रहा था।

पति की यह हरकत सविता ने जलगांव में रहने वाली चचेरी बहन को कॉल कर बताई। कहा मेरे पति चीमा दूसरी शादी का मन बना चुके हैं। इसलिए मुझे यहां से ले जाएं।

चचेरी बहन से बात होने के दो दिन बाद ही सविता ने आत्महत्या कर ली। भाई दयाराम के मुताबिक सविता छह भाई बहन में सबसे छोटी थी। पिता किसान हैं।

15 दिन से युवती रुकी हुई थी घर पर

भाई ने बताया कि मिर्जापान में रहने वाली एक युवती साइना जादव पिछले 15 दिनों से चीमा ओर सविता के घर पर रूकी हुई है। चीमा ने गांव वालों को बताया था कि वह सविता के मामा की लड़की है।
जबकि दयाराम ने साइना को अपना रिश्तेदार होने की बात से इनकार किया है। पुलिस के मुताबिक परिवार ने चीमा और युवती साइना को लेकर आरोप लगाए हैं। जांच के बाद आत्महत्या को लेकर कार्रवाई की जाएगी।
Share This Article
Follow:
"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।