सदभावना पाती – डॉ. देवेन्द्र आप झोलाछाप कह सकते हैं । मैं इस अस्पताल में दोबारा नहीं आऊँगी.. कर्मचारियों का अनुभव शून्य है । ऐसे डॉ की वजह से हमें अबॉर्शन की प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है । धिक्कार है ऐसे डॉक्टरों पर इनकी नैतिकता और अस्पताल पर । Indore News…