लक्ष्य 100% वैक्सीनेशन : इंदौर में रेसकोर्स रोड प्रदेश का पहला मॉडल रोड में, लैंटर्न चौराहे से जंजीरवाला चौराहे तक की रोड अब कोविसेफ

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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार...
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इंदौर. कोरोना मुक्त गाँव, शहर या फिर जिले का नाम तो आपने सुना होगा, लेकिन कोविसेफ रोड का नाम शायद ही सुना हो । लेकिन इस प्रकार की रोड आपको इंदौर में दिखाई देगी लेंटर्न चौराहा से जंजीरवाला चौराहा रोड को कोविसेफ रोड अर्थात कोविड प्रोटोकॉल की मॉडल रोड के तौर पर विकसित करने की शुरुआत बुधवार से हो गई। इसका शुभारंभ जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट ने किया इंडियन मेडिकल एसोसिएशन इंदौर के तत्वावधान में शुरू किए गए इस अभियान के तहत हेल्प डेस्क भी लगाई गई है। यहां पर हर दुकान, मकान और संस्थान तक वैक्सीन पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है। क्षेत्र के लोगों ने 100% वैक्सीनेशन का ठान लिया है। यहां की एक खास बात यह भी है कि दुकानदार ग्राहकों से वैक्सीन लगवाने का आग्रह कर रहे हैं।

इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के अध्यक्ष सतीश जोशी ने बताया कि कोविसेफ रोड के मॉडल को विकसित करने के लिए पिछले 20 दिन से काम चल रहा था। यहां पर एक टीम ने दुकान और प्रतिष्ठान में जा जाकर लोगों की जानकारी कलेक्ट की। करीब 1 किलोमीटर लंबी इस रोड में शुरुआत में बहुत कम लोगों को वैक्सीन लगी थी, लेकिन धीरे-धीरे लोग आगे आए और वैक्सीनेशन करवाया। यहां पर सभी व्यावसायिक प्रतिष्ठान भी कोविड एप्रोप्रियेट बिहेवियर का पालन कर रहे हैं। यहां एक वैक्सीनेशन सेंटर अभय प्रशाल में और एक ड्राइविंग टेस्टिंग सेंटर अपोलो स्क्वायर के पास शुरू किया गया है। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग ने भी यहां एक सेंटर तैयार किया है। जहां पर वैक्सीन को लेकर यदि किसी का कोई प्रश्न रहता है तो उसे हल किया जाएगा। इसके अलावा नगर निगम क्षेत्र में सफाई और सैनिटाइजेशन की व्यवस्था को देख रही है। इसके साथ ही यहां पर लगातार सर्वे कार्य भी किया जा रहा है। वहीं, पुलिस यातायात नियमों और  कोविड प्रोटोकॉल का पालन करवा रही है।

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इसके साथ ही इस रोड पर अलग-अलग गतिविधियां भी आयोजित की जाएंगी। कोविसेफ रोड के मॉडल को तैयार करने वाली टीम में शामिल अमित शर्मा का कहना है कि इस रोड को कोविसेफ रोड बनाने में काफी चुनौतियों का सामना करना पड़ा। सबसे पहले यह बात सामने आई कि कौन करेगा और किसे लेकर करना है। इसके बाद तय हुआ कि हर प्रतिष्ठान जो इस रोड पर हैं, उनसे संपर्क किया जाए। पहली चुनौती तो लॉकडाउन की थी। क्योंकि ऐसे में सबको एक साथ कैसे लाएं। दूसरी चुनौती लोगों को विश्वास दिलाना। क्योंकि अचानक से उनके सामने आए इस आइडिए को लेकर उनके कुछ सवाल थे।

यही मंत्री तुलसी सिलावट ने कहा कि शहर वैक्सीनेशन को लेकर दूसरे नंबर पर चल रहा है। कोरोना  से बचाओ को लेकर जन जागृति के लिए जनप्रतिनिधि से लेकर समाजिक संगठन और रहवासी लगाकर मुहिम से जुड़ रहे हैं। | सभी का एक ही बात है कि हम सबको मिलकर इस कोरोना महमारी को मिटाना है।  कोरोना से सेफ बनने के उद्देश्य से यहां पर शपथ दिलाई गई है कि हम पूरे क्षेत्र में 100% वैक्सीनेशन करवाएंगे और कोरोना की गाइडलाइन का पालन करने के साथ ही करवाएंगे।

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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।