इन्दौर। बड़ौदा स्वरोजगार विकास संस्थान आरसेटी इन्दौर द्वारा विगत 10 दिवसों से संचालित डेयरी फार्मिंग एवं वर्मी कंपोस्ट निर्माण प्रशिक्षण का समापन किया गया है।
प्रशिक्षण समापन कार्यक्रम के दौरान के मूल्यांकनकर्ता भारत भूषण शुक्ला एवं दीपक राय ने प्रशिक्षुओं का मूल्यांकन किया। इस प्रशिक्षण में कुल 31 प्रतिभागियों ने प्रतिभाग किया। उक्त प्रशिक्षणार्थी इन्दौर जिले के ग्राम मेण मांजरा के निवासी और स्व सहायता समूह सदस्य है।
प्रशिक्षण समापन के दौरान प्रशिक्षुओं ने बताया कि हम पारंपरिक तरीके से पशुपालन कर रहे हैं किंतु आधुनिक तकनीकों एवं पशु उपचार की जानकारी ना होने के कारण पशुपालन व्यवसाय में हानि उठाना पढ़ती थी।
इस प्रशिक्षण के दौरान हमें पशुओ की अच्छी तरह से देखभाल, पोषण एवं टीकाकरण के साथ-साथ बीमारियों के उपचार की जानकारी प्राप्त हुई। साथ ही गोबर से केंचुआ खाद बनाने की विधि से जाना की के पशु अपशिष्ट को काले सोने में परिवर्तित करके भूमि की उर्वरा शक्ति बढ़ाने के साथ साथ अच्छी आय अर्जित करने की जानकारी प्राप्त हुई।
प्रशिक्षण समापन कार्यक्रम का आभार प्रदर्शन करते हुए आरसेटी निदेशक ओमप्रकाश मंशारामानी ने बताया कि कोई भी व्यवसाय छोटा या बड़ा नहीं होता है, उससे होने वाला लाभ एवं सामाजिक विकास अति महत्वपूर्ण होता है।
इसीलिए किसी भी कार्य को छोटा या बड़ा ना समझे और भविष्य निर्माण और आजीविका संवर्धन पर विशेष ध्यान दें। कार्यक्रम में संकाय सदस्य रूपा कौशल, पूर्व जैन, कार्यालय सहायक पवन नायक, निशा वर्मा एवं विकास राठौर उपस्थित रहे।