निगम अधिकारियों की लापरवाही से शहर हुआ पानी पानी, आयुक्त ने लगाई जमकर फटकार

By
sadbhawnapaati
"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार...
3 Min Read

Indore Nagar Nigam News.  रविवार को निगमायुक्त प्रतिभा पाल ने निगम अफसरों की जमकर क्लास ली। उन्हें निकम्मा, बेशर्म तक कह डाला। उन्होंने कहा कि ड्रेनेज की टीम कोई काम नहीं करती, बस नेतागीरी करवा लो इनसे जोन की टीम पर किसी भी जेडओ का नियंत्रण नहीं है। उन्होंने हिदायत दी कि अब यह सब बर्दाश्त नहीं होगा। दरअसल इन अव्यवस्थाओं के कारण वाटर प्लस दांव पर है। निगम 7 स्टार पाने की तैयारी कर रहा। कुछ दिन बाद सर्वे के लिए टीम भी आने वाली है।
निगम अधिकारियों की लापरवाही से प्री मानसून की तीन इंच बारिश में ही शहर पानी पानी हुआ। दौरे पर गई निगमायुक्त प्रतिभा पाल को टैपिंग के बाद भी ड्रेनेज का पानी नालों में जाते दिखा तो कहीं जलजमाव होने पर निगम की टीम ने ही टैपिंग खोदी कई क्षेत्रों में चैंबर चोक मिले और नालियां कचरे से जाम रहवासियों ने निगम अफसरों की शिकायत की इन्हीं सब लापरवाहियों लेकर को आयुक्त नाराज चल रही है |
बारिश में जलजमाव रोकने के लिए निगम में 100 से ज्यादा इंजीनियर दरोगाओं की टीम है। फिर भी मानसून से पहले ऐसी तैयारी नहीं करते कि शहर को डूबने से बचाया जा सके। टीम में अपर आयुक्त, ड्रेनेज कार्यपालन यंत्री से लेकर 60 सब इंजीनियर 19 जेडओ व 19 ड्रेनेज दरोगा शामिल हैं।

[expander_maker id=”1″ more=”आगे पढ़े ” less=”Read less”]

निगमायुक्त की नाराजगी
* जब हम बारिश में निकलें तो सारे डिवाइडर, सड़कों से पानी निकलते हुए देखा.
* उन्होंने एक अफसर से पूछा कि बारिश को देखते हुए डिवाइडर और ग्रीन बेल्ट की सफाई कैसे करते हैं?
* जोनल अफसरों ने कभी जनकार्य की टीम को साथ बैठाया ही नहीं होगा कि करना क्या है, किसी को जरूरत ही नहीं पड़ रही बारिश होगी, पानी भरेगा, शहर में दो-चार घंटे त्राहि-त्राहि होगा और लोग ड्रेनेज खोदेंगे फिर 100-100 गालियां देंगे नाला टैपिंग को, आप लोगों को क्या फर्क पड़ेगा।
अफसरों की खामियां
* अभी जो काम जमीनी स्तर पर किए गए उससे सड़कों से पानी की निकासी नहीं हो पा रही है। डिवाइडर भी भर जाते हैं।
* अधिकारियों ने इसके जवाब में कहा कि फावड़े से पाइप और स्टॉर्म वाटर लाइन के चैंबर का कचरा निकाल देते हैं।
● नाला टैपिंग में अधिकारियों ने ऐसी तकनीकी खामियां की है कि अब बारिश का पानी भी बहकर स्टॉर्म वाटर लाइन तक नहीं जा पा रहा है। 250 से ज्यादा स्थानों पर इस गलती को छुपाने के लिए स्टॉर्म वाटर लाइन को ड्रेनेज से जोड़ दिया है। इन सारी खामियों के कारण इस प्रोजेक्ट पर सवाल उठ रहे हैं।

[/expander_maker]

Share This Article
Follow:
"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।