निगम अधिकारियों की लापरवाही से शहर हुआ पानी पानी, आयुक्त ने लगाई जमकर फटकार

sadbhawnapaati
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Indore Nagar Nigam News.  रविवार को निगमायुक्त प्रतिभा पाल ने निगम अफसरों की जमकर क्लास ली। उन्हें निकम्मा, बेशर्म तक कह डाला। उन्होंने कहा कि ड्रेनेज की टीम कोई काम नहीं करती, बस नेतागीरी करवा लो इनसे जोन की टीम पर किसी भी जेडओ का नियंत्रण नहीं है। उन्होंने हिदायत दी कि अब यह सब बर्दाश्त नहीं होगा। दरअसल इन अव्यवस्थाओं के कारण वाटर प्लस दांव पर है। निगम 7 स्टार पाने की तैयारी कर रहा। कुछ दिन बाद सर्वे के लिए टीम भी आने वाली है।
निगम अधिकारियों की लापरवाही से प्री मानसून की तीन इंच बारिश में ही शहर पानी पानी हुआ। दौरे पर गई निगमायुक्त प्रतिभा पाल को टैपिंग के बाद भी ड्रेनेज का पानी नालों में जाते दिखा तो कहीं जलजमाव होने पर निगम की टीम ने ही टैपिंग खोदी कई क्षेत्रों में चैंबर चोक मिले और नालियां कचरे से जाम रहवासियों ने निगम अफसरों की शिकायत की इन्हीं सब लापरवाहियों लेकर को आयुक्त नाराज चल रही है |
बारिश में जलजमाव रोकने के लिए निगम में 100 से ज्यादा इंजीनियर दरोगाओं की टीम है। फिर भी मानसून से पहले ऐसी तैयारी नहीं करते कि शहर को डूबने से बचाया जा सके। टीम में अपर आयुक्त, ड्रेनेज कार्यपालन यंत्री से लेकर 60 सब इंजीनियर 19 जेडओ व 19 ड्रेनेज दरोगा शामिल हैं।

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निगमायुक्त की नाराजगी
* जब हम बारिश में निकलें तो सारे डिवाइडर, सड़कों से पानी निकलते हुए देखा.
* उन्होंने एक अफसर से पूछा कि बारिश को देखते हुए डिवाइडर और ग्रीन बेल्ट की सफाई कैसे करते हैं?
* जोनल अफसरों ने कभी जनकार्य की टीम को साथ बैठाया ही नहीं होगा कि करना क्या है, किसी को जरूरत ही नहीं पड़ रही बारिश होगी, पानी भरेगा, शहर में दो-चार घंटे त्राहि-त्राहि होगा और लोग ड्रेनेज खोदेंगे फिर 100-100 गालियां देंगे नाला टैपिंग को, आप लोगों को क्या फर्क पड़ेगा।
अफसरों की खामियां
* अभी जो काम जमीनी स्तर पर किए गए उससे सड़कों से पानी की निकासी नहीं हो पा रही है। डिवाइडर भी भर जाते हैं।
* अधिकारियों ने इसके जवाब में कहा कि फावड़े से पाइप और स्टॉर्म वाटर लाइन के चैंबर का कचरा निकाल देते हैं।
● नाला टैपिंग में अधिकारियों ने ऐसी तकनीकी खामियां की है कि अब बारिश का पानी भी बहकर स्टॉर्म वाटर लाइन तक नहीं जा पा रहा है। 250 से ज्यादा स्थानों पर इस गलती को छुपाने के लिए स्टॉर्म वाटर लाइन को ड्रेनेज से जोड़ दिया है। इन सारी खामियों के कारण इस प्रोजेक्ट पर सवाल उठ रहे हैं।

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