अजमेर, 21 अगस्त गाड़ी संख्या 19031 योगा एक्सप्रेस ट्रेन में यात्रा कर रहे यात्री श्री चिन्तन वैष्णव पुत्र श्री गोपाल लाल वैष्णव (उम्र 20 वर्ष) निवासी ब्यावर राजस्थान अपनी माताजी के साथ साबरमती अहमदाबाद स्थित निजी चिकित्सालय में रुटीन चैकअप/इलाज करवाकर ब्यावर लौट रहे थे। दोनों मां-बेटे पीछे के जनरल कोच में यात्रा कर रहे थे।
ब्यावर स्टेशन पर उतरते समय जल्दबाजी में श्री वैष्णव अपना बैग गाड़ी में ही भूल गए। जब तक उन्हें स्मरण हुआ, तब तक गाड़ी ब्यावर स्टेशन से आगे निकल चुकी थी। इस स्थिति में उन्होंने रेल्वे के अधिकृत वेंडर लोकेश कुमार सिंधी से संपर्क किया, जो उसी ट्रेन में मारवाड़ से ब्यावर तक सामान विक्रय करते हुए ब्यावर तक आऐ थे।
वेंडर लोकेश कुमार ने तत्परता दिखाते हुए ट्रेन में कार्यरत टिकट निरीक्षक हरदेव सिंह चौहान को मोबाइल पर सुचना दी। सूचना मिलते ही चौहान ने तुरंत कार्रवाई करते हुए संबंधित जनरल कोच में जाकर खोजबीन शुरू की। यात्री द्वारा बताए गए हुलिए के अनुसार बैग मिलने पर वीडियो कॉल के माध्यम से उसकी पुष्टि करवाई गई और बैग को सुरक्षित रख लिया गया।
इस बैग में यात्री के अगले एक माह की आवश्यक दवाईयाँ, कीमती लैपटॉप तथा साबरमती से की गई खरीदारी का सामान रखा हुआ था। गाड़ी के अजमेर पहुंचने पर टिकट निरीक्षक हरदेव सिंह चौहान ने बैग को सुरक्षित रूप से यात्री के परम मित्र सोहन सिंह रावत को सुपुर्द किया, जो उस समय अजमेर स्टेशन पर 14311 बरेली-भुज एक्सप्रेस से ब्यावर जाने हेतु उपस्थित थे।
यात्री श्री चिन्तन वैष्णव ने इस सराहनीय कार्य हेतु टिकट निरीक्षक हरदेव सिंह चौहान एवं रेलवे प्रशासन के प्रति आभार व्यक्त किया।