लसूड़िया थाना क्षेत्र के इंदिरा नगर में क्राइम ब्रांच ने होली के दिन हिस्ट्रीशीटर मोगली उर्फ धर्मेंद्र यादव के घर पर छापा मारा। मौके से 195 लीटर शराब मिली। पुलिस ने मोगली की पत्नी खुशी और घर की अन्य महिलाएं सोनम और कृष्णा बाई पर एफआईआर दर्ज की। पुलिस कुछ जरूरी कागजी खानापूर्ति का हवाला देकर सभी को थाने गई और फिर वहीं से जेल भेज दिया। पुलिस ने संवेदनहीनता दिखाते हुए खुशी के बेटे रणवीर (8 माह) को पड़ोसियों के पास छोड़ दिया। दो दिन पहले तबियत ज्यादा खराब होने पर रणवीर को पड़ोसियों ने डॉल्फिन हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया। लोगों ने उसकी नानी विचित्रा यादव को सूचना दी तो वह भी अस्पताल पहुंचीं
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बालक की हालत के बारे में सुनकर हाई कोर्ट भी पसीज गई। बालक आईसीयू में जिंदगी की जंग लड़ रहा है और उसकी मां अवैध शराब रखने के मामले में जेल में बंद थी। सेशन कोर्ट मां की जमानत खारिज कर चुकी थी और कोरोना कर्फ्यू के चलते हाई कोर्ट में अगले 10 दिन सुनवाई की कोई उम्मीद नहीं थी। ऐसे में वकील ने बालक की हालत का हवाला देते हुए हाई कोर्ट से गुहार लगाई कि विशेष पीठ गठित कर जमानत याचिका पर सुनवाई की जाए। बालक को उसकी मां की देखभाल मिलेगी तो हालत में सुधार हो जाएगा। सोमवार को एकमात्र केस की सुनवाई के लिए हाई कोर्ट खुली। वकील के तर्क सुनने के बाद कोर्ट ने आरोपित महिला (बालक की मां) को जमानत पर रिहा करने के आदेश दिए। एडवोकेट बजाड़ ने बताया कि विशेष पीठ ने तर्क सुनने के बाद आरोपित महिला को जमानत पर रिहा करने के आदेश दिए।
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