आशीष शिन्दें
इंदौर के बेटमा तहसील कार्यालय के आसपास की सड़कों पर बरसात के मौसम में गड्ढों में पानी भर जाने से आवेदकों, वकीलों और आम नागरिकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कार्यालय के मुख्य प्रवेश द्वार के पास गड्ढों के कारण कीचड़ और गंदगी का आलम रहता है, जिससे आवागमन में कठिनाई होती है।
प्रवेश द्वार के समीप वकीलों और पटवारियों के बैठने की व्यवस्था है, लेकिन गड्ढों में भरे पानी के कारण वाहनों के गुजरने से पानी उछलकर टेबलों और दस्तावेजों पर गिरता है, जिससे कार्य बाधित होता है। बेटमा क्षेत्र में गिट्टी और मुरम की खदानों की प्रचुर उपलब्धता के बावजूद, तहसील कार्यालय के आसपास के गड्ढों को भरने और सड़क सुधार के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं।
स्थानीय लोगों और आवेदकों ने अधिकारियों से बार-बार इस समस्या के समाधान की मांग की है, लेकिन अधिकारियों की उदासीनता के कारण स्थिति जस की तस बनी हुई है। इस समस्या के निदान के लिए तत्काल कार्रवाई की आवश्यकता है, ताकि तहसील कार्यालय में आने वाले लोगों को सुविधाजनक और स्वच्छ वातावरण मिल सके।