जनता परेशान, अफसर हो रहे बेलगाम अब मध्यप्रदेश में हुआ थप्पड़ कांड

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sadbhawnapaati
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.छत्तीसगढ़ के थप्पड़ कांड का शोर अभी थमा भी नहीं था कि अब मध्यप्रदेश के शाजापुर जिले में भी ऐसा ही थप्पड़ कांड गूंज रहा है। यहां महिला अफसर ने एक दुकानदार पर थप्पड़ जड़ दिया। इसका वीडियो भी वायरल हो रहा है।
जानकारी के मुताबिक, मध्यप्रदेश के शाजापुर में कोरोना महामारी की दूसरी लहर के चलते लॉकडाउन लागू है। तमाम पाबंदियां होने के बाद भी एक युवक ने अपनी दुकान खोल ली। एडीएम शाजापुर मंजूषा राय जब इलाके का मुआयना करने निकलीं तो उन्हें दुकान खुली मिली। उन्होंने दुकानदार से पूछताछ की तो वह तरह-तरह के बहाने बनाने लगा।  जब युवक कोई जवाब नहीं दे पाया तो एडीएम ने बदतमीज कहते हुए उसे जोरदार थप्पड़ जड़ दिया। हालांकि घटनाक्रम के बाद से ही पीड़ित दुकानदार ने खुद को घर में कैद कर लिया है, लेकिन मंगलवार को जैसे ही सोशल मीडिया में वीडियो सामने आया, हड़कंप मच गया और शाजापुर जिला प्रशासन को जांच में जुटना पड़ा है।

एबी रोड पर चेकिंग के लिए अपने अमले के साथ ADM मंजूषा विक्रांत राय निकली थीं। इसी दौरान दुकानदार अब्दुल हफीज की जूते-चप्पल की दुकान खुली मिल गई। पुलिस जवान दुकान में अंदर घुस गए और उसे डंडा मारकर बाहर निकाला। इसी दौरान ADM ने भी अब्दुल को थप्पड़ जड़ दिया। इस दौरान पुलिसकर्मी भी इस दुकानदार को पाइप और लट्ठ दिखाते रहे। वीडियो तीन दिन पुराना बताया जा रहा है।

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इस मामले को लेकर जब थप्पड़ खाने वाले युवक से बात की गई तो पता चला कि अब्दुल हफीज नाम का यह युवक मस्जिद में नमाज पढऩे गया था। नमाज पढ़ कर आया और अपने घर में जा रहा था, जिसमें बाहर जूते चप्पल की दुकान भी है। युवक के जाते ही कुछ पुलिस वाले दुकान की शटर उठाकर अंदर घुस गए और अंदर उसे पुलिस वालों ने एक डंडा मारा, उसके बाद वह बाहर आया तो एडीएम मंजूषा राय ने भी उसको थप्पड़ मार दिया। हालांकि मामले के बाद अब्दुल हफीज काफी डरा हुआ है अन्य किसी से बात करने को भी तैयार नहीं है।

अब्दुल हफीज का कहना है कि हम भी लॉकडाउन का पालन कर रहे हैं लेकिन दुकान में से ही घर का रास्ता होना कोई गुनाह है क्या। उधर, मामले में एडीएम मंजूषा राय लगातार प्रयास के बाद भी प्रतिक्रिया के लिए सामने नहीं आ रही है |

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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।