इंदौर. इंदौर के इंडेक्स मेडिकल कॉलेज में डॉक्टरी की पढ़ाई कर रहे छात्र ने फांसी लगाकर आत्महत्या करी।
कॉलेज कैंपस के होस्टल में उसने फांसी लगाई। परिजन इस मामले में सीनियर्स द्वारा रैगिंग लिए जाने के आरोप लगा रहे हैं।
पुलिस ने बताया कि मृतक छात्र का नाम चेतन पिता दिनेश पाटीदार (22) निवासी ग्राम मौलाना, जिला उज्जैन है। वह इंडेक्स मेडिकल कॉलेज के प्रथम वर्ष का छात्र था।
28 फरवरी को उसने कॉलेज में दाखिला लिया था। आठ दिन पहले अपने घर गया था। घटना बुधवार की बताई जा रही है। क्योंकि बुधवार दोपहर में दोस्त जब कॉलेज से आया तो छात्र को फंदे पर लटका मिला। उसने घटना की जानकारी कॉलेज प्रबंधन को दी।
कॉलेज की सूचना पर पहुंची पुलिस ने कमरे में पहुंचकर शव को उतारा और जिला अस्पताल पहुंचाया। चेतन के जीजा विजय पाटीदार ने बताया कि चेतन को कॉलेज के सीनियर होस्टल और कॉलेज में परेशान कर रहे थे।
यह बात उसने अपने पिता को भी बताई थी। पिता ने अलग कमरा लेकर रहने की बात कही थी। इस मामले में उन्होंने डीन को एक लेटर भी लिखा था।
डीन ने यह कहते हुए मना कर दिया कि अगर बाहर रहना है तो कॉलेज छोड़ना पड़ेगा। जिसके बाद से चेतन तनाव में चल रहा था।
चेतन के पिता मौलाना में ही खेती करते हैं। बड़ा भाई दीपक भी पिता के साथ खेती का काम करता है। दो बड़ी बहने हैं, जिनकी शादी हो चुकी है।
परिवार का सपना था कि चेतन डॉक्टर बने, इसलिए उसे पढ़ने के लिए इंदौर भेजा था। इस मामले में इंडेक्स मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. जीएस पटेल का कहना है कि सुबह 9 बजे उसके रूममेट ने साथ में कॉलेज जाने की बात कही थी।
लेकिन वह तबीयत खराब होने की बात करते हुए नहीं पहुंचा था। रूम बदलने या होस्टल छोड़ने को लेकर उन्हे कोई लेटर नहीं मिला है। रैगिंग को लेकर भी उनके पास जानकारी नहीं आई।