आज जन्माष्टमी पर बन रहा है द्वापर युग जैसा संयोग, भूलकर भी न करें ये काम

sadbhawnapaati
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आज जन्माष्टमी पर बन रहा है द्वापर युग जैसा संयोग, भूलकर भी न करें ये काम

आज पूरा देश जन्माष्टमी का त्योहार धूमधाम से मना रहा है. तमाम कृष्ण मंदिरों को दुल्हन की तरह सजाया गया है. घरों में भी लोग अपने बाल गोपाल के आगमन की तैयारी कर रहे हैं. कृष्ण भजन से पूरा वातावरण गुंजायमान हो गया है. श्रद्धालु आज उपवास रखकर अपने लड्डू गोपाल के जन्मदिन को मना रहे हैं. इस साल जन्माष्टमी में द्वापर युग वाला संयोग बन रहा है. द्वापर युग में कृष्ण का जन्म भाद्र कृष्ण अष्टमी तिथि को रोहिणी नक्षत्र वृष राशि में मध्य रात्रि को हुआ था. इस साल भी जन्माष्टमी इसी नक्षत्र में हो रहा है. मतलब द्वारा युग वाला संयोग इस बार भी बन रहा है. ऐसे में ये जन्माष्टमी बेहद ही खास है.

जन्माष्टमी लोग अपने-अपने तरीके से मनाते हैं. लेकिन कृष्ण भक्त को कुछ परहेज करना होता है. आइए बताते हैं बनवारी के श्रद्धालुओं को कौन सी गलतियां नहीं करनी चाहिए.

-जो लोग जन्माष्टमी का व्रत रखते हैं उन्हें 12 बजे से पहले इस व्रत को नहीं खोलना चाहिए.निर्धारित व्रत से पहले व्रत खोलने पर आपकी उपासना अधूरा रह जाता है.

-जन्माष्टमी के दिन तुलसी पत्र नहीं तोड़ना चाहिए. कहा जाता है तुलसी भगवान विष्णु को बहुत प्रिय होता है. कृष्ण भगवान विष्णु के ही अवतार है. ऐसे में तुलसी पत्र को संध्या के बाद ना तोड़े. सुबह तोड़कर भोग लगाने के लिए रख ले.

-कन्हैया को गाय से बहुत ही प्रेम था. आज के दिन गाय को भोजन कराएं. उसके साथ अत्याचार न करें.

-पेड़-पौधे को भी आज के दिन नुकसान नहीं पहुंचाएं. कृष्ण पेड़ों में बसते हैं. उन्हें प्रकृति से बेहद लगाव था.

-इस दिन ब्रह्मचर्य का पालन करें. पूरे पवित्र मन से उपवास धारण करें भगवान की आराधना करें.

-जन्माष्टमी के दिन भगवान कृष्ण के पीठ के दर्शन नहीं करने चाहिए. भगवान कृष्ण का पीठ देखते ही इंसान का पुण्य कम हो जाता है.भगवान कृष्ण के हमेशा मुख के दर्शन करने चाहिए.

-जो लोग व्रत रखते हैं वो तो चावल से परहेज करते ही है. लेकिन जो लोग व्रत नहीं करते उन्हें भी चावल आज के दिन नहीं खाना चाहिए. एकादशी के दिन चावल जौ से बनी चीज खाने से बचना चाहिए.

-घर में प्याज, लहसुन नहीं बनाना चाहिए आज के दिन. मांस मदिरा से तो कोसो दूर रहे.

-आज के दिन घर का माहौल शांत रखे. लड़ाई-झगड़ा से बचे. किसी को भी अपशब्द ना कहे. गलत भावना मन में ना लाए.

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