भारत में सूर्य ग्रहण धार्मिक दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण माना जाता है जिसके शुभ, अशुभ दोनों तरीके से प्रभाव पड़ता है. कल यानी अश्विनी माह की कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि पर साल 2023 का दूसरा और आखिरी सूर्य ग्रहण लग रहा है.
इस दिन सर्वपितृ अमावस्या और शनि अमावस्या का संयोग भी बन रहा है. ऐसे में इस दिन का महत्व और भी बढ़ गया है. भारतीय समय के मुताबिक सूर्यग्रहण 14 अक्टूबर को रात 8 बजकर 34 मिनट पर शुरू होगा और मध्यरात्रि 2 बजकर 26 मिनट पर समाप्त होगा.
यह सूर्य ग्रहण भारत में नहीं दिखेगा, इसलिए यहां सूतक काल भी मान्य नहीं होगा, लेकिन फिर भी हर राशि पर इसका कुछ ना कुछ असर जरूर पढ़ेगा.
मेष- अग्नि तत्व की राशि है. इस राशि के लिए सूर्यग्रहण विपक्षियों को शांत करने वाला है. कामकाज में सहजता रहेगी. स्वास्थ्य संकेंतों को नजरअंदाज न करें. मिथ्यावार्ता और उधार से बचें.
वृष- पृथ्वी तत्व राशि है. सूर्यग्रहण आत्मविश्वास में कमी और चिंता का कारक रह सकता है. करीबियों पर भरोसा रखें. प्रेम में संतुलन बढ़ाएं. स्वच्छ प्रतिस्पर्धा का भाव रखें.
मिथुन- वायु तत्व प्रधान राशि है. सूर्यग्रहण का प्रभाव अनावश्यक आशंकाओं से ग्रस्त कर सकता है. भय और चिंता मुक्त रहें. अपनों से अधिक अपेक्षाएं न रखें. स्थान परिवर्तन संभव है. परिवार के मामलों में धैर्य और धर्म अपनाएं.
कर्क – जल तत्व राशि है. सूर्यग्रहण साहस और पराक्रम बढ़ाएगा. आर्थिक एवं वाणिज्यिक लाभ के संकेत है. अति उत्साह से बचें. सूचना एवं संपर्क हितकर रहेगा.
सिंह- अग्नितत्व की राशि है. सूर्यग्रहण कुटुम्ब में क्लेश और मतभेद बढ़ा सकता है. मेहमान का हर संभव आदर करें. वाणी व्यवहार और संग्रह संरक्षण से परिस्थितियां अनुकूल होंगी. आकस्मिकता से बचें. यात्रा में सतर्कता रखें.
कन्या- पृथ्वी तत्व की इसी राशि में सूर्यग्रहण की घटना होगी. इस राशि वालों को अतिरिक्त सावधानी बरतना है. शत्रुओं से सतर्क रहें. स्वास्थ्य संकेतों को नजरअंदाज न करें. यात्रा में सहजता रखें. साख प्रभावित हो सकती है. आंखों का खयाल रखें.
सूर्य ग्रहण 2023
तुला- आर्थिक हानि की आशंका है. वायु तत्व राशि पर सूर्यग्रहण का प्रभाव आशंका और चिंता बढ़ा सकता है. रिश्तों में असहजता. न्यायिक मामलों में हार हो सकती है. स्वास्थ्य संकेत नजरअंदाज न करें.
वृश्चिक- जल तत्व यह राशि ग्रहण से लाभांवित होगी. कार्य व्यापार विस्तार की योजनाएं सफल हो सकती हैं. आर्थिक पक्ष को बल मिल सकता है. धूर्त लोगों से दूर रहें. प्रलोभन में न आएं. अप्रत्याशित सफलता संभव है.
धनु- अग्नि तत्व की इस राशि पर सूर्यग्रहण का प्रभाव कामकाज प्रभावित कर सकता है. घर में असहजता बनी रह सकती है. व्यक्तिगत प्रयासों में धैर्य से काम लें. महत्वपूर्ण प्रयासों में स्मार्ट डिले की नीति रखें. बड़ों की सलाह और सानिध्य रखें.
मकर- पृथ्वी तत्व की राशि हैं. इस राशि वालों को सम्मान हानि की आशंका है. धर्म आस्था और आत्मविश्वास से आगे बढ़ें. नीति नियम नैतिकता रखें. परिजनों से
तालमेल रखें. जल्दबाजी और जिद से बचें.
कुंभ- वायु तत्व की राशि है. इस राशि से मृत्यु भाव में सूर्यग्रहण बन रहा है. शारीरिक कष्ट अवसाद और आकस्मिक घटनाओं की आशंका है. संतुलित रहें. अनुशासन रखें.
मीन – जल तत्व राशि है. प्रकृति का सम्मान करें. जलीय क्षेत्रों का संवर्धन करें. साझा संबंधों में ग्रहण के प्रभाव से खटास बढ़ सकती है. जीवनसाथी को कष्ट की आशंका है. भूमि भवन के मामलों को टालें.