भगवान परशुराम जी की परम्परागत शोभायात्रा 3 मई को

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sadbhawnapaati
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एक जैसी वेशभूषा में निकलेंगी 1 हजार से अधिक मातृशक्ति
एंटीक लुक वाली 1 लाख परशुराम प्रतिमाएँ लागत मूल्य पर करेंगे वितरित
इन्दौर। भगवान परशुराम जयंती पर सर्व ब्राह्मण समाज के तत्वावधान में सर्व ब्राह्मण युवा परिषद्‍ द्वारा 3 मई को शाम 6 बजे बड़ा गणपति से परम्परागत भव्य शोभायात्रा निकली जाएगी।
यात्रा ब्राह्मण समाज में संस्कार स्वाभिमान और संगठन को मजबूत करने के उद्देश्य से विगत 21 वर्षों से निकल रही है। इसके आयोजक पूरे 1 हजार परिवार रहेंगे, जिनसे शोभायात्रा के निमित्त 200- 200 रुपये का सहयोग लिया गया है।
 यात्रा का का नेतृत्व समाज की महिलाएं भी करेंगी, जिसमें करीब 1000 से अधिक महिलाएं एक जैसी वेशभूषा धारण कर ब्राह्मण एकता का संदेश देते हुए चलेंगी। वहीं समाज की युवतियाँ साफा बांधकर तथा फरसा लेकर चलेंगी। यात्रा में घोड़े बग्गी, बैंड, भजन मंडलियाँ भी सम्मिलित होंगी। शोभायात्रा मुख्‍य आकर्षण भगवान परशुराम जी का भव्य रथ होगा।
इसका स्वागत 100 से अधिक स्थानों से मंच लगाकर किया जाएगा। यात्रा मार्ग को सजाने के साथ ही आयोजन की सभी तैयारियां अंतिम चरणों में हैं। आयोजन में विभिन्न ब्राह्मण वर्ग उपवर्ग के समाजजन भी बड़ी संख्या में शामिल होंगे।
युवा परिषद के संस्थापक पं. विकास अवस्थी और शोभायात्रा संयोजक पं. संजय मिश्रा ने बताया कि भगवान परशुराम जी की जयंती पर पिछले 21 सालों से इस परम्परागत शोभायात्रा का आयोजन ब्राह्मण संस्कार, स्वाभिमान तथा संगठन को मजबूत करने के उद्देश्य से किया जा रहा है।
इस दिन को हम ब्राह्मण एकता और स्वाभिमान दिवस के रूप में मनाते हैं। यात्रा का मार्ग गत  वर्षों में बड़ा गणपति से राजवाड़ा तक रहा है, लेकिन इस वर्ष स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के चलते उक्त मार्ग पर अवरुद्ध है।

अतः समाज के वरिष्ठों से सलाह लेकर शोभायात्रा बड़ा गणपति से मरीमाता चौराहा स्थित परशुराम प्रतिमा तक ले जाने का निर्णय लिया गया है।

इसके अंतर्गत यात्रा बड़ागणपति से जनता कॉलोनी होते हुए जिंसी चौराहे से शंकरगंज , रानी लक्ष्मीबाई प्रतिमा , गुटकेश्वर मन्दिर के सामने से होते हुए पुलिस पेट्रोल पम्प से मुड़ते हुए मरीमाता चौराहा  परशुराम वाटिका पहुंचेगी। यहाँ भगवान परशुराम जी की प्रतिमा का पूजन एवं महाआरती के साथ यात्रा सम्पन्न होगी।
शोभायात्रा से मार्गदर्शक पं. लालजी तिवारी परशुराम महासभा के प्रदेश अध्यक्ष पं. गोविंद शर्मा समन्वयक कन्नू मिश्रा ने बताया कि शोभायात्रा को लेकर समाज जनों में उत्साह का माहौल है। इसमें इन्दौर में निवास कर रहे 34 ब्राह्मण वर्ग उपवर्ग के महिला पुरुष उत्साह के साथ सम्मिलित होते हैं।
इसके साथ ही शोभायात्रा में शामिल होने के लिए इन्दौर के अलावा प्रदेश भर में निमंत्रण बांटे गए हैं। पहली बार ऐसा होगा कि प्रदेश के कई जिलों से ब्राह्मण समाजजन इस यात्रा में सम्मिलित होने के लिए आएंगे। साथ ही उन जिलों के सर्व ब्राह्मण समाज के अध्यक्ष आदि पदाधिकारी भी अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे।  ब्राह्मण बहुल क्षेत्रों में बैठकों के माध्यम से आमंत्रण दिया गया है।

देश भर में 1 लाख परशुराम प्रतिमाएँ वितरित करने का लक्ष्य

पं. विकास अवस्थी ने बताया कि समग्र हिन्दू समाज में भगवान परशुराम जी के प्रति एक अलग ही आस्था बनी हुई है। सभी दूर उनकी पूजा भगवान विष्णु के छठे अवतार के रूप में परंपरागत रूप से की जाती है।
देश भर में ब्राह्मण एकता के लिए भ्रमण के दौरान एक बात सामने आई कि आम जन के पास परशुराम जी की प्रतिमा सरलतया उपलब्ध नहीं हो पाती, जहाँ भी पूजन होता है तो मात्र फोटो रखकर कार्य किया जाता है।
अतः युवा परिषद में इस बात को ठानते हुए देश भर में परशुरामजी की एंटीक लुक वाली प्रतिमा 1 लाख घर पहुंचाने का लक्षण निर्धारित किया है। इस मूर्ति को खासियत है कि इसकी डिजाइन अमेरिका में ख्यात रंगकर्मी अजय मलमकर जी के पुत्र ने नई टेक्नोलॉजी के माध्यम से किया है।
शोभायात्रा के आयोजन से जुड़ीं परशुराम महासभा महिला प्रकोष्ठ की वर्षा गोविंद शर्मा व मोनिका शर्मा ने बताया कि भगवान श्री परशुराम जी का महिलाओं के प्रति बड़ा सम्मान भाव रहा है और उन्होंने बहुविवाह प्रथा के खिलाफ नारी सम्मान की रक्षा के लिए कार्य किया है अतः इस बार की यात्रा में नारी शक्ति बढ़ चढ़कर हिस्सा लेंगी।
महिला प्रकोष्ठ ने इसके लिए वृद्ध स्तर पर तैयारी की है। महिला प्रकोष्ठ  ने 1000 से अधिक महिलाओं को जुटाने की तैयारी की है,जो सभी एक समान एक ही रंग की साड़ी पहनकर यात्रा में सम्मिलित होंगी।
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