वास्तु के अनुसार इस वजह से घर में मकड़ी का जाल देखते ही हटा देना चाहिए

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sadbhawnapaati
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वास्तु का प्रचलन आज के समय में बहुत अधिक है। हर व्यक्ति चाहता है कि उसके घर में खुशियां सदैव बनी रही। इसके लिए हर इंसान को वास्तु के नियमों की पालना करना जरूरी होता है। ऐसे में अगर आप चाहते हैं कि आपके घर में हमेशा सकारात्मकता बनी रहे तो आज हम आपके मकड़ी का जाल के बारे में बताने जा रहे हैं|

जिसे हटाकर आप अपने घर की खुशियों को बरकरार रख सकते हैं… वास्तु के अनुसार अगर आप चाहते हैं कि घर में पारिवारिक कलेश न रहे तो मकड़ी के जाल कभी न बनने दें। कई बार व्यक्ति अपने सारे घर की साफ-सफाई कर लेता है और छतों की सफाई करना भूल जाता है, इसलिए घर की छत को साफ रखना भी उतना ही जरूरी होता है। मकड़ी के जालों की संरचना कुछ ऐसी होती है कि उसमें नकारात्मक ऊर्जा एकत्रित हो जाती है। जिसके चलते घर के बाकी हिस्सों में भी नकारात्मकता फैल जाती है। मकड़ी के एक जाले में असंख्य सूक्ष्मजीव रहते हैं जो कि हमारे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। साथ ही ये घर में कलह की वजह भी बनते हैं और इससे सुख- समृद्धि का नाश होता है। घर में अशांति के कारण व्यक्ति चाहकर भी अपने काम में मन नहीं लगा पाता।

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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।
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