इन्दौर। बिकवाली दबाव से आलोच्य सप्ताह के दौरान खाद्य तेलों में बाजार मंदी पर रहे। तिलहनों में टिकाव रहा। दलहनों में पूछपरख से मसूर व तुअर में बाजार सुर्खी पर रहे। चना 4650 रू. प्रति क्विंटल पर बना रहा।
किराना :- शनिवार को समाप्त हुए आलौच्य सप्ताह के दौरान स्थानीय सियागंज किराना बाजार में व्यापार की मात्रा सामान्य ही रही। शक्कर में पूछपरख कमजोर रहने से बाजार में विशेष तेजी मंदी का अभाव रहा। शक्कर बाजार 3580-3610 रू. प्रति क्विंटल के दायरे में रहे। खोपरा गोला आवकों के दबाव से कमजोर ही बना रहा। खोपरा गोला इस दौरान 180-205 रू. प्रति किलो पर देखा गया। कालीमिर्च में लेवाली वाली बात नहीं है। दिसावरी नरमी के चलते बाजार 3-5 रू. प्रति किलो की तेजी आयी और कालीमिर्च एटम क्वालिटी मालों में 545-555 रू. प्रति किलो पर आ गये। डॉलर की मजबूती से सूखे मेवों की कीमतों में तेजी की स्थिति रही। बादाम मगज में बाजार 675-750 रू. प्रति किलो पर आ गये। सौंफ व जीरे में पूछपरख सामान्य रहने से बाजार पूर्वस्तर पर बने रहे। आलौच्य सप्ताह के दौरान सौंफ बाजार 180-215 रू. प्रति किलो पर आ गया। नारियलों में आवकें विशेष नहीं है। पूछपरख सामान्य है। माल का भरावा कमजोर रहने से बाजार सुधार पर रहे। नारियलों में 120 भरती मालों में बाजार 1500-1550 रू. प्रति थैले पर आ गये।
तेल तिलहन :-
समीक्षा सप्ताह के दौरान खाद्य तेलों में कामकाज की मात्रा कम ही रही। आयातित मालों में बिकवाली से बाजार मंदी के रहे। समीक्षा सप्ताह के दौरान सींगदाना तेल इन्दौर लाइन पर 1620-1630 रू. प्रति 10 किलो से घटकर 1600-1610 रू. प्रति 10 किलो पर आ गये। सोया व कपास्या तेलों में जोरदार गिरावट आयी। एक सप्ताह के भीतर सोया तेलों में 60-70 रू. प्रति 10 किलो की गिरावट आयी और सोया साल्वेंट बाजार 1390-1400 रू. प्रति 10 किलो पर आ गये। सोया तेल रिफाइंड मालों में बाजार 1410-1420 रू. प्रति 10 किलो पर आ गये। तिलहनों में सरसो व रायडा पूर्वस्तर पर बना रहा।
दाल दलहन :-
आलौच्य सप्ताह के दौरान दाल दलहनों में कामकाज की मात्रा कम ही रही। चना 4650-4675 रू. प्रति क्विंटल पर कमजोर देखा गया। वहीं तुअर में सप्ताहंत में निकली लेवाली से बाजार 100-300 रू. प्रति क्विंटल की तेजी आयी और तुअर निमाड़ी मालों में बाजार 6100-6300 रू. प्रति क्विंटल पर मजबूत रहे। मसूर में लेवाली देखी गयी। मसूर बढ़िया मालों में 6800 रू. प्रति क्विंटल पर बाजार आ गये।