नकली दवा का व्यापार करने वाले नर पशु और जानवरों से भी बदतर, उनकी संपत्तियों भी नीलाम कर कठोर दंड दिया जाएगा – सीएम

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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि कोरोना संक्रमण के दौरान नकली दवाई और इंजेक्शन का कारोबार करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। सोमवार को जबलपुर में शिवराज ने कहा कि फिलहाल सबसे बड़ी जरूरत मरीजों को बेहतर इलाज देने की है। ऐसे समय में जो लोग नकली दवाई और इंजेक्शन का व्यापार कर रहे हैं, वे नर पशु हैं और जानवरों से भी बदतर हैं। ऐसे लोगों के खिलाफ रासुका के तहत कार्रवाई की जा रही है। साथ ही उनकी संपत्तियों को भी नीलाम कर उन्हें कठोर से कठोर दंड दिया जाएगा।

जबलपुर प्रवास पर आए शिवराज सिंह चौहान ने जिला क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की बैठक ली और डॉक्टरों से भी वर्चुअल बातचीत की। उसके बाद मीडियाकर्मियों के सवालों के जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने कोरोना की संभावित तीसरी लहर से निपटने के लिए सरकार की तैयारियों के बारे में भी बताया। उन्होंने कहा कि सरकार ने फिलहाल तय किया है कि गरीबों को नि:शुल्क तीन महीने का राशन दिया जाएगा। केंद्र सरकार की ओर से भी 2 महीने का राशन दिया जा रहा है।

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जबलपुर में नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन पकड़े जाने के मामले पर शिवराज ने कहा कि उन्हें पूरे घटनाक्रम की जानकारी है। इस मामले को लेकर एक टीम गठित की गई है, जिसकी वे स्वयं निगरानी कर रहे हैं। बता दें कि शहर के नामी सिटी हॉस्पिटल का नाम नकली रेमडेसिवीर इंजेक्शन मामले में सामने आया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसा नहीं है कि सभी अस्पताल और डॉक्टर खराब हैं। कोरोना काल में अच्छे काम करने वाले डॉक्टर और अस्पतालों की तारीफ करते हुए मुख्यमंत्री ने उन्हें धन्यवाद भी दिया। साथ ही कहा कि जो लोग नकली दवाई और इंजेक्शन के कारोबार में लिप्त हैं, वे लोगों की जान से खिलवाड़ कर रहे हैं। उन्हें किसी भी कीमत पर छोड़ा नहीं जाएगा।

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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।