पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा है कि भारत महान नहीं अब भारत बदनाम है। हालत ये है कि विदेशों में अब भारतीय ड्राइवरों की टैक्सी में कोई बैठने को तैयार नही है। इस स्थिति के लिए पीएम मोदी और उनकी केंद्र सरकार जिम्मेदार है। मोदी की सरकार को केंद्र में 7 साल 30 मई को पूरे हो रहे हैं। उन्हें जवाब देना चाहिए, बताना चाहिए कि क्या देश नारो पर ही चलेगा ? क्या हुआ रोजगार का ? कहां पहुंची महंगाई।
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में भाजपा और भाजपाइयों पर खुला आरोप लगाते हुए कहा कि मध्य प्रदेश में अब एक नया माफिया कोविड माफिया खड़ा हुआ है। मैंने माफिया के खिलाफ शुद्ध का युद्ध अभियान चलाया था लेकिन अब भाजपा नेता वेंटिलेटर, बेड, इंजेक्शन बेच रहे हैं। जिस गड्ढे में प्रदेश धकेला जा रहा है उससे निकलना बहुत बड़ी चुनौती है। एमपी की 70 फीसदी अर्थव्यवस्था कृषि आधारित है लेकिन स्थिति ये है कि मिडिल क्लास नीचे घसीटा जा रहा है, लोअर क्लास गरीब और गरीब क्लास भिखारी बन रहा है।
कमलनाथ ने कहा कोरोना से जो महामारी के हालात बने हैं उसके लिए केंद्र और राज्य सरकार जिम्मेदार हैं। सेकंड वेव की जानकारी महीनों से थी लेकिन किसी तरह की तैयारी नहीं की गई। वैक्सीन के डोज को लेकर चुनावो के कारण घोषणा तो कर दी गई लेकिन वैक्सीन का कहीं पता नहीं है। अब कहते हैं ग्लोबल टेंडर कराएंगे। पीसीसी चीफ ने कहा कि इनसे प्रश्न पूछे तो कहते है कि देश द्रोही हैं,सच दिखाओ तो एफआईआर दर्ज कराते हैं। नाथ ने सवाल उठाया कि शिवराज क्यों नही सारे आंकड़े जनता के सामने रखते ? क्यों नहीं बताते कि कितनो को टीका लगा ? अगर वो सॉफ्टवेयर नहीं बना पा रहे तो मैं बनवाने को तैयार हूं।
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कमलनाथ ने कहा कि भाजपा धर्म की ठेकेदार नहीं है। धार्मिक हम भी हैं लेकिन हम शो नहीं करते। उन्होंने कहा मैं कहीं भी धार्मिक स्थल जाता हूँ तो भाजपा के पेट मे दर्द होता है। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में डेढ़ लाख लोगों की मौत हुई है जिनमे से 70 फीसदी कोविड से मरे हैं। नाथ ने कहा कि नकली इंजेक्शनों के कारण जिनकी मौतें हुई हैं उन सब को 5 लाख रुपये मुआवजा दिया जाना चाहिए। मैं इसके लिए एक एफिडेविट बनवा रहा हूं। सरकार उस एफिडेविट के आधार पर मृतकों के परिजनों को क्षतिपूर्ति दे।
कमलनाथ के बयान पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा, कमलनाथ ने मानसिक संतुलन खो दिया है। अगर नहीं तो खोया है, तो ऐसा विकृत विचार है। ऐसा कांग्रेस का अध्यक्ष भारत का नागरिक कहलाने का हकदार नहीं है। कमलनाथ जी की जांच करानी चाहिए। सोनिया गांधी को उन्हें पार्टी से बाहर कर देना चाहिए।
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