प्रधानमंत्री को जब कार में भूली चीज की याद आई तो वह खुद कार की तरफ लौटे। Narendra Modi | रामलला

By
sadbhawnapaati
"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार...
2 Min Read

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राम मंदिर भूमि पूजन के अवसर पर रामलला को भेंट चढ़ाने अपने साथ कुंभ कलश लेकर आए थे। हालांकि, चांदी के उस कुंभ कलश को संभवतः अपनी कार में ही भूल गए। जब वो कार से उतर कर पूजा स्थल की तरफ बढ़े तो उन्हें राम लला के लिए लाई गई उस भेंट की याद आई। फिर प्रधानमंत्री खुद कार की तरफ चल पड़े। मोदी ने कार में आकर वो भेंट लिया और फिर पूजा स्थल पर पहुंचे। इससे पहले, प्रधानमंत्री ने हनुमानगढ़ी जाकर बाल हनुमान का दर्शन किया।

ध्यान रहे कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या में 28 साल बाद पहुंचे हैं। वह एक साथ तीन रेकॉर्ड बनाने जा रहे हैं। वह श्रीराम जन्मभूमि जाने वाले प्रथम प्रधानमंत्री बने हैं। यह देश में पहला मौका होगा, जब प्रधानमंत्री अयोध्या की हनुमानगढ़ी का दर्शन करेंगे। इसी के साथ देश की सांस्कृतिक धरोहर के संरक्षण के प्रतीक किसी मंदिर के शुभारंभ कार्यक्रम में हिस्सा लेने वाले पहले प्रधानमंत्री के तौर पर भी नरेंद्र मोदी का नाम दर्ज होगा। यह जानकारी भूमि पूजन आयोजन से जुड़े सूत्रों ने दी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इससे पूर्व 28 साल पहले 1992 में पहली बार अयोध्या पहुंचे थे। तब वह बीजेपी के तत्कालीन अध्यक्ष डॉ. मुरली मनोहर जोशी के नेतृत्व में निकली तिरंगा यात्रा में उनके सहयोगी के तौर पर अयोध्या पहुंचे थे। यह यात्रा कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने की मांग को लेकर निकली थी। बताया जाता है कि जनवरी 1992 में कन्याकुमारी से शुरू हुई यह यात्रा 18 जनवरी 1992 को अयोध्या पहुंची थी। तब मुरली मनोहर जोशी के साथ नरेंद्र मोदी ने फैजाबाद (अयोध्या) के जीआइसी मैदान में सभा को संबोधित किया था। इस दौरान डॉ. जोशी और नरेंद्र मोदी ने रामलला के दर्शन भी किए थे।

Share This Article
Follow:
"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।
14 Comments