यूपीएससी-2019 रिजल्ट में मध्यप्रदेश ज्यादातर उम्मीदवार इंजीनियरिंग बैकग्राउंड वाले देश की सबसे प्रतिष्ठित नौकरियों आईएएस, आईएफएस और आईपीएस के लिए यूपीएससी की चयन परीक्षा में मप्र से 19 उम्मीदवारों ने सफलता हासिल की है। इनमें से ज्यादातर इंजीनियरिंग ग्रेजुएट और आईआईटियन हैं। ज्यादातर उम्मीदवार ऐसे हैं, जिन्होंने मल्टीनेशनल कंपनियों में बड़े पैकेज की नौकरियां छोड़कर यूपीएससी की राह पकड़ी है।
मंदसौर के अभिनव चौधरी की पांचवे अटैम्प्ट में 238 रैंक आई। चौथे प्रयास में इंटरव्यू तक पहुंचे थे। पिता व्यवसायी हैं और नगर परिषद के अध्यक्ष रह चुके हैं। छतरपुर के वैभव त्रिवेदी की दूसरे अटेम्ट में 327 रैंक आई । 2018 में सिर्फ 7 अंक से चूक गए थे । बगैर कोचिंग सेल्फ स्टडी कर एक्जाम दिया। पिता स्कूल प्राचार्य और मां वकील हैं। वैभव कहते हैं कि बुंदेलखंड में बेरोजगारी खत्म करना चाहते हैं। हरदा के मयंक गुर्जर की फर्स्ट अटैम्प्ट में 455 रैंक आई । मयंक ने मुंबई आईआईटी से ग्रेजुएशन किया। पिता की 6 साल पहले असमय मौत हो चुकी है। परिवार की खराब माली हालत के बीच पढ़ाई जारी रखने के लिए मां प्रेमलता गुर्जर ने इंदौर में मेडिकल स्टोर पर रिसेप्शनिस्ट का काम करती थी। साथ ही सतना के आशीष सिंह ने दूसरे एटेम्पट में 490 रैंक, दमोह के प्रखर सिंह ने फर्स्ट अटैम्प्ट 224 रैंक , विदिशा की आयुशी जैन ने 41 रैंक, जबलपुर की अहिंसा जैन ने 164 रैंक, विदिशा के अंकित कुमार जैन ने 269 रैंक, विदिशा के शुभम बजाज ने 280 रैंक, दमोह के संदीप पटेल ने 464 रैंक, सिंगरौली के मनोज कुमार शाह ने 531 रैंक, सतना के विनायक चामड़िया ने 322 रैंक हासिल की
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