जमशेदपुर और मुंबई सिटी का मुकाबला टला
Sports News. भारत में लगातार कोरोना वायरस संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं और इसका असर गोवा में हो रही इंडियन सुपर लीग पर भी बढ़ता जा रहा है. पिछले दो हफ्तों में लीग के कुछ मुकाबले कोरोना के कारण टाले जा चुके हैं.
इस फेहरिस्त में एक और मुकाबला जुड़ गया है. शुक्रवार 21 जनवरी को जमशेदपुर एफसी और मुंबई सिटी एफसी के बीच बैम्बोलिम में होने वाला मुकाबला भी टालना पड़ा है.
ISL की ओर से गुरुवार 20 जनवरी को जारी एक बयान में इसकी जानकारी दी गई. बयान में बताया गया कि दोनों टीमों के कई खिलाड़ियों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने के कारण मुकाबले को स्थगित करने का फैसला लेना पड़ा.
देश में कोरोना वायरस के मामलों को देखते हुए आईएसएल के पूरे सीजन का आयोजन बायो-सुरक्षित वातावरण में गोवा के तीन मैदानों में किया जा रहा है.
लीग का पिछला सीजन भी इसी तरह गोवा में ही खेला गया था और तब टूर्नामेंट में एक भी संक्रमण का मामला नहीं आया था.
उसी सफलता को देखते हुए फिर से टूर्नामेंट का आयोजन गोवा में किया गया. लेकिन इस बार देश में ओमिक्रॉन वेरिएंट के बढ़ते मामलों ने ISL के सुरक्षित बबल में घुसपैठ करते हुए अपना असर डाल दिया है.
जमशेदपुर के पास नहीं टीम उतारने लायक खिलाड़ी
ISL की ओर से गुरुवार को जारी बयान में बताया गया मेडिकल टीम की जमशेदपुर एफसी के पास टीम उतारने के लिए पर्याप्त खिलाड़ी नहीं थे, जिसके बाद ये फैसला लिया गया. बयान में कहा गया,
“जमशेदपुर एफसी और मुंबई सिटी एफसी के बीच शुक्रवार 21 जनवरी 2022 को बैम्बोलिम के एथलेटिक स्टेडियम में खेला जाने वाला इंडियन सुपर लीग का 67वां मुकाबला स्थगित कर दिया गया है.
जमशेदपुर एफसी सुरक्षित तरीके से टीम को उतारने और मैच के लिए खुद को तैयार करने की स्थिति में नहीं थी, जिसके बाद लीग की मेडिकल टीम की सलाह को ध्यान में रखते हुए ये फैसला किया गया है.”
पहले भी कई मुकाबले टले
ये कोई पहला मुकाबला नहीं है, जिसे कोरोना के कारण टालना पड़ा है. इस सीजन में पहले भी कुछ मुकाबलों को स्थगित करना पड़ा है. इससे पहले 17 जनवरी को हैदराबाद एफसी और जमशेदपुर एफसी का मुकाबला भी स्थगित कर दिया गया था. वहीं 20 जनवरी को केरल ब्लास्टर्स एफसी और एटीके मोहन बागान का मुकाबला भी कोविड-19 मामलों के कारण टालना पड़ा. इस मुकाबले के लिए केरल की टीम के पास पर्याप्त खिलाड़ी उपलब्ध नहीं थे. इनके पहले भी 4 अन्य मुकाबलों को इसी तरह की परिस्थितियों के कारण टालना पड़ा था.