कुएं में मिलीं 20 लाशें, मैदान में बिखरे मिले अनेक शव, संचालिका पर केस
राजधानी की बैरसिया तहसील के एक गांव में स्थित गौशाला में बड़े पैमाने में गायों की मौत की जानकारी मिलने से रविवार को ग्रामीणों में आक्रोश फैल गया। विरोध जताने के लिए बड़ी संख्या में लोग गौशाला पर जा पहुंचे। लोगों का आरोप है कि गौशाला प्रबंधन की लापरवाही से गोवंश की मौत हुई है। गौशाला का संचालन भाजपा नेत्री निर्मला शांडिल्य नाम की महिला द्वारा किया जाता है। भीड़ के गोशाला में इकट्ठे होने की सूचना पर बड़ी संख्या में पुलिस बल मौके पर पहुंचा। शनिवार-रविवार की दरमियानी रात को भी आठ गायों की मौत हुई है।
प्रत्यक्षदर्शी अक्षत मालवीय के अनुसार वह सुबह 9.30 बजे बैरसिया के बसई तालाब के पास बनी गौ सेवा भारती गौशाला पहुंचे। यहां पर आसपास जगह-जगह मृत गाय के शव पड़े हुए थे। एक गड्डा भी मृत गायों से भरा हुआ है। उन्होंने बताया कि इस गौशाला का संचालन निर्मला शांडिल्य नाम की महिला करती है। उन्होंने पूरे मामले में निष्पक्ष जांच की मांग की है। यहां बड़ी संख्या में लोगों ने पहुंचकर नारेबाजी की और धरने पर बैठ गए। इस घटना की सूचना के बाद जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन भी मौके पर पहुंच गया। लोगों ने कलेक्टर के सामने नारेबाजी की।
भोपाल कलेक्टर अविनाश लवानिया ने कहा कि मृत गाय की मौत के सही कारणों की पड़ताल के लिए तीन से चार शव का पोस्टमार्टम करने के निर्देश दिए गए है। वहीं, संचालक के खिलाफ धारा 133 के तहत प्रकरण दर्ज करने को कहा है। कलेक्टर लवानिया ने बताया कि गौशाला में मृत होने वाली गायों के शवों का सही तरीके से निष्पादन नहीं किया जा रहा था। उनको पीछे बने गड्ढे में फेंका जा रहा था। इस लापरवाही के बाद गौशाला का संचालन लेकर सीईओ जनपद को सौंप दिया है। गौशाला में मेडिकल कैंप लगाने के निर्देश दिए गए है, जिससे बीमार गायों का इलाज किया जा सके। कलेक्टर के निर्देश पर एसडीएम बैरसिया ने गौ शाला संस्था के विरुद्ध लापरवाही पर एफआईआर दर्ज करा दी है।
निर्मला देवी ने कहा कि मैं भाजपा की नेता हूं। 30 साल से सक्रिय कार्यकर्ता रही हूं। भाजपा से ब्लॉक अध्यक्ष रही हूं। मंडी सदस्य भी रही हूं। पहले मंडी वाली और अब गौशाला वाली मैडम के नाम से जानी जाती हूं। ठंड के कारण 3-4 गायें मर गई हैं। हम कितना ध्यान दें। पन्नी (पॉलीथिन) के कारण मौत हो जाती हैं। मैं बुजुर्ग महिला हूं। मुझे परेशान किया जा रहा है। जो आरोप लगा रहे हैं, वो हमारे विरोधी हैं। हमारे पास 400 गायें हैं। अधिकतर गायें किसानों की हैं।