International Desk. अफगानिस्तान में आए भूकंप ने भारी तबाही मचाई है। यहां 6.1 तीव्रता का भूकंप आया। इसके बाद चारों तरफ बर्बादी और तबाही का ही आलम दिखाई दिया। अफगानिस्तान में भूकंप से हुई जानमाल की क्षति और तबाही पर वैश्विक समुदाय ने दुख व्यक्त किया है। इसी क्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी दुख जताते हुए बुधवार को कहा कि भारत जल्द से जल्द हर संभव आपदा राहत सामग्री उपलब्ध कराने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि भारत अफगानिस्तान के लोगों के साथ खड़ा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ट्वीट में कहा, ‘अफगानिस्तान में आज विनाशकारी भूकंप की खबर से गहरा दुख हुआ। कीमती जानों के नुकसान पर मेरी गहरी संवेदना है।’ पीएम मोदी ने दूसरे ट्वीट में कहा, ‘भारत मुश्किल समय में अफगानिस्तान के लोगों के साथ खड़ा है और जल्द से जल्द हर संभव आपदा राहत सामग्री उपलब्ध कराने के लिए तैयार है।’
भूकंप में लोगों की दुखद मौत से दुखी संयुक्त राष्ट्र प्रमुख
वहीं, संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने भी अफगानिस्तान में आए विनाशकारी भूकंप के कारण हुई दर्दनाक मौतों पर दुख जता है। उन्होंने बुधवार को अंतरराष्ट्रीय समुदाय से संकट से जूझ रहे परिवारों की मदद के लिए एकजुटता दिखाने का आह्वान किया। गौरतलब है कि अफगानिस्तान में पहले से ही जनता सालों के संघर्ष, आर्थिक कठिनाई का सामना कर रही है। तालिबान की वापसी के बाद तो वहां हालात और भी बदतर हो गए हैं।
गुटेरेस ने कहा कि अफगानिस्तान के खोस्त शहर के पास आए भूकंप के कारण हुए नुकसान के बारे में सुनकर मुझे दुख हुआ। हम इस नवीनतम आपदा से प्रभावित सैकड़ों परिवारों की सहायता के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय पर भरोसा करते हैं। अब एकजुटता का समय है। पीड़ितों के परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हुए, गुटेरेस ने कहा कि अफगानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र पूरी तरह से तैयार है। हमारी टीम पहले से ही जरूरतों का आकलन कर रही है और प्रारंभिक सहायता प्रदान कर रही है।
अफगानिस्तान के एक अधिकारी के मुताबिक, इस भूकंप में अब तक 1000 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। यह आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है। वहीं 1500 से ज्यादा लोगों के घायल होने की भी सूचना है। अधिकारियों के मुताबिक, भूकंप के कारण सैंकड़ों घर भी तबाह हो चुके हैं।