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बैडमिंटन में पहली बार तीन स्वर्ण पदक जीतने पर सरताज अकादमी में खुशी 

इन्दौर। बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों में बैडमिंटन में भारत के अब तक सर्वाधिक तीन स्वर्ण पदक जीतने की खुशी मनाई गई। सरताज अकादमी प्रबंध निदेशक और प्रशिक्षक धर्मेश यशलहा ने बैडमिंटन में भारत की सफलता की जानकारी दी और खिलाड़ियों को मिठाई खिलाकर 3 स्वर्ण सहित 6 पदक जीतने की खुशी का इजहार किया।
भारत की पीवी सिंधु, लक्ष्य सेन एवं सात्विक साईंराज रैंकी रेड्डी और चिराग शेट्टी ने क्रमश: महिला एकल, पुरुष एकल और पुरुष युगल में आज स्वर्ण पदक अर्जित किए, भारत के किदांबी श्रीकांत को पुरुष एकल एवं ट्रेसा जोली और गायत्री गोपीचंद को महिला युगल में कांस्य पदक हासिल हुआ, भारत मिश्रित टीम बैडमिंटन में पहले ही रजत पदक जीत चुका है।
राष्ट्रीय बैडमिंटन रैफरी धर्मेश यशलहा ने बताया कि आजादी के अमृत महोत्सव साल में भारत का बैडमिंटन में यह शानदार प्रदर्शन है। पुरुष युगल में भारत को पहली बार स्वर्ण पदक मिला है।
महिला एकल में भी साइना नेहवाल के बाद स्वर्ण जीतने वाली पीवी सिंधु पहली बैडमिंटन खिलाड़ी हैं। साइना नेहवाल ने दोबारा स्वर्ण पदक अर्जित किया है।
पुरुष एकल में प्रकाश पादुकोण, सैयद मोदी और पारुपल्ली कश्यप के बाद लक्ष्य सेन ने राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीता है। भारत ने इसी साल विश्व थामस कप पुरुष बैडमिंटन खिताब भी पहली बार जीता है।
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