दूध के बाद पेट्रोल-डीजल-कुकिंग गैस भी महंगी,  जनता बोली अब बस करो सरकार, महंगाई डायन खाए जात है  

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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार...
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प्रदेश. जनता पर महंगाई की मार एक के बाद एक जारी है. 21 मार्च को सांची दूध के दाम बढ़ने के बाद 22 मार्च को अब पेट्रोल और डीजल के साथ ही रसोई गैस के दाम भी बढ़ गए हैं.

एक साथ हुई इस बढ़ोतरी के बाद आम जनता कराह उठी है. लोगों का कहना है कि सरकार को आम लोगों को राहत देने के लिए कुछ जरूरी कदम उठाने चाहिए। अगर महंगाई की रफ्तार इसी तरह बढ़ती रही तो लोगों का जीना मुहाल हो जाएगा.

पेट्रोल और डीजल की कीमतों में भोपाल में 80 पैसे से ज्यादा की बढ़ोतरी हुई है. रसोई गैस का घरेलू सिलेंडर भी ₹50 तक महंगा हो गया है. इससे पहले सांची ने भी अपने दूध की कीमतों में 4 से ₹5 प्रति लीटर तक की बढ़ोतरी कर दी थी.

पेट्रोल डीजल के दाम में बढ़ोतरी के बाद  राजधानी में  रेट बढ़ गए हैं. सोमवार को पेट्रोल 108.11 रुपए के हिसाब से बिका, जो पुरानी कीमत से 82 पैसे ज्यादा था.

इसी तरह डीजल के दाम 91.70 रुपये रहे जो पुरानी कीमत से 84 पैसे ज्यादा थे. घरेलू गैस सिलेंडर 50 रुपये तक महंगा हुआ है. नई दर 955 रुपए तक हो गई है.

दूध के भी बढ़े दाम

पेट्रोल – डीजल और रसोई गैस के दामों में बढ़ोतरी से एक दिन पहले ही दूध के दाम भी बढ़े हैं.

प्रदेश में सांची डेयरी ने अपने सभी उत्पादों के दाम बढ़ा दिए हैं इसमें दूध मट्ठा के साथ घी भी शामिल हैं. दूध के दाम में 4 से 5 रुपये की एक साथ बढ़ोतरी की गई है. एक साथ महंगाई की इस मार से आम जनता का बजट बिगड़ गया है.

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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।